लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में निश्चित रूप से पदक के हकदार थे : एक्सेलसन
नई दिल्ली
पेरिस खेलों में अपने खिताब की रक्षा करने वाले दो बार के विश्व चैंपियन विक्टर एक्सेलसन ने कहा है कि युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ओलंपिक में अपने ‘शानदार प्रदर्शन’ के लिए निश्चित रूप से पदक के हकदार थे।
बाइस साल के लक्ष्य इस साल ओलंपिक में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बने लेकिन डेनमार्क के सुपरस्टार एक्सेलसन से अंतिम चार के मुकाबले में हार गए। लक्ष्य को आगे भी निराशा का सामना करना पड़ा क्योंकि वह कांस्य पदक के प्ले ऑफ में मलेशिया के ली जी जिया से हार गए और अंततः चौथे स्थान पर रहे।
‘एक्स’ पर लक्ष्य के अपने प्रशंसकों से मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त करने वाली पोस्ट पर जवाब देते हुए एक्सेलसन ने लिखा, ‘‘आगे बढ़ते रहो भाई। आप वास्तव में खुद पर गर्व कर सकते हो। काश सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले सभी खिलाड़ी पदक जीते पाते क्योंकि आप निश्चित रूप से इसके हकदार हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए आप सभी को बधाई।’’
अपने सेमीफाइनल मैच में लक्ष्य को 22-20, 21-14 से हराने के बाद एक्सेलसन ने अगले ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ी को स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदारों में से एक बताया था। एक्सेलसन ने कहा था, ‘‘लक्ष्य एक शानदार खिलाड़ी है। उसने इस ओलंपिक में दिखाया है कि वह एक बहुत ही मजबूत प्रतिस्पर्धी है और मुझे यकीन है कि अब से चार साल बाद, वह स्वर्ण जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘(वह) एक अद्भुत प्रतिभा और एक शानदार व्यक्ति है और मैं उसे शुभकामनाएं देता हूं।’’