ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर जमकर बोला हमला, माता-पिता के 15 साल के जंगलराज के नाम पर मांग रहे हैं वोट
गोपालगंज.
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे। जहां उन्होंने मतदाताओं से एनडीए प्रत्याशी और जदयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन के पक्ष में उन्होंने चुनाव प्रचार कर दोबारा जिताने की अपील की। इस दौरान ललन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के पास जनता से वोट मांगने का कोई आधार नहीं है। एनडीए के लोग विकास के नाम पर वोट मांग रहे है।
18 साल में नीतीश कुमार ने बिहार की सूरत बदल दी, जिसकी चर्चा प्रदेश ही नहीं पूरी दुनिया में हो रही है। एनडीए अपने किए विकास कार्यों पर वोट मांग रही है। जदयू नेता ललन सिंह ने तंज कसा कि तेजस्वी यादव अपने माता-पिता के 15 साल के जंगलराज सरकार पर वोट मांग रहे हैं। जंगलराज सरकार में बिहार में विकास का सपना देखना लोगों ने छोड़ दिया था। जंगलराज की याद दिलाते हुए ललन सिंह ने कहा कि लोगों ने लालू-राबड़ी सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति देखी थी, जब बिहार में लूट, हत्या, डकैती और अपहरण उद्योग चल रहा था। ललन ने दावा करते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में अपराध रुक गया है और कानून व्यवस्था का राज स्थापित हो गया है। उन्होंने कहा कि एनडीए विकास के एजेंडे पर वोट मांग रहा है। लेकिन तेजस्वी अपनी जंगलराज सरकार के कुशासन पर वोट मांग रहे हैं। जनता ने सब देखा है, सब जानती है कि किसने अपने सरकार में क्या-क्या किया है। ललन सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता के कर्म बताने चाहिए कि उन्होंने बिहार को बर्बाद करने के लिए कौन से हथियार का इस्तेमाल किया था। किस तरह से उन्होंने बिहार को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया।
वहीं, पांच चरण के लोकसभा चुनाव बीतने पर ललन सिंह ने कहा कि महागठबंधन की हालत बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि 40 सीटों पर परिणाम क्या होगा यह चार जून को दिखेगा। पीएम नरेंद्र मोदी की आज मोतिहारी और सीवान में हुई जनसभाओं पर ललन सिंह ने कहा कि पीएम सभी के लोकप्रिय नेता हैं। उनकी सभा का असर चुनाव में दिखेगा। उनकी सभाओं में इतनी भीड़ उमड़ रही है कि कितनी ही बड़ी जगह हो, वह कम पड़ जा रही है। उन्होंने दावा कर कहा कि वैसे ही सीवान में भी इतनी बड़ी जगह होने के बावजूद भी लोगों की संख्या इतनी बढ़ गई की लाखों लोगों ने पीछे खड़े होकर पीएम की बातों को सुना (हालांकि अमर उजाला इसकी पुष्टि नहीं करता है)।