वैष्णो देवी के मार्ग पर लैंडस्लाइड, 3 श्रद्धालुओं की मौत, एक घायल
जम्मू
जम्मू-कश्मीर से एक बड़ी खबर सामने आ रहा है। यहां श्री माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर पंछी हेलीपैड के पास आज भूस्खलन हो गया। इस हादसे में तीनों श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। वहीं कुछ श्रद्धालुओं के घायल होने की सूचना है। इस हादसे के तुरंत बाद माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया है। अभी भी कई तीर्थयात्रियों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बता दें कि पिछले दो दिन वैष्णो देवी में भारी बारिश हुई थी, जिसे भूस्खलन की वजह माना जा रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो मौसम खराब होने की वजह से भूस्खलन हुआ है। लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है जिसकी वजह से यह भूस्खलन हुआ है । हिमकोट में रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है।
पहाड़े से गिरे पत्थर
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हादसे की सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन की एक टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें ट्रैक पर गिरे मलबे को देखा जा सकता है। बोर्ड ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पहाड़ से पत्थर गिरने और भूस्खलन की घटना हुई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है।
राहत और बचाव अभियान जारी
घटना की पुष्टि करते हुए, माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि बचाव अभियान के लिए आपदा प्रबंधन की एक टीम मौके पर पहुंच गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन ट्रैक पर पत्थर गिरने और भूस्खलन की घटना हुई। बोर्ड ने कहा कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई है।
मौसम विभाग ने जारी की थी ये भविष्यवाणी
बता दें कि रविवार को, मौसम विभाग ने 12 सितंबर तक जम्मू और कश्मीर में शुष्क मौसम की भविष्यवाणी की थी। हालांकि, इसमें कहा गया था कि केंद्र शासित प्रदेश में कुछ दिनों में कुछ स्थानों पर बारिश का एक छोटा दौर देखने को मिलेगा। इससे पहले सोमवार को ही भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि पगलनाला, पटलगंगा और नंदप्रयाग में राजमार्ग अवरुद्ध हो गया और इसे फिर से खोलने के प्रयास जारी हैं। इसमें कहा गया है कि सिमली बाजार में सात दुकानें भूस्खलन के मलबे से क्षतिग्रस्त हो गईं।