प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किया जागरूक
टीम एक्शन इंडिया/सोनीपत
आजादी का अमृत महोत्सव की श्रंखला में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक व प्रेरित करने के लिए गांव हलालपुर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठद्द समन्वयक डॉ0 विवेक सिंह ने बताया कि प्राकृतिक खेती प्राकृतिक संसाधनों के सरंक्षण पर आधारित होती है और जहर मुक्त खेती करना वर्तमान समय की मांग है। इसलिए सभी किसान प्राकृतिक खेती करके अधिक मुनाफा कमा सकते है। प्राकृतिक खेती करने से किसानों को तो फायदा होगा ही उसके साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य को भी फायदा होगा। इस दौरान कीट विशेषज्ञ डॉ0 दिलबाग सिंह ने बताया कि आधुनिक कृषि के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर मृदा स्वास्थ्य व पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने की पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती में उपयोग होने बीजों व दवाइयों को किस प्रकार प्राकृतिक तरीके से तैयार करना है उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में डॉ0 जितेन्द्र बामल ने कृषि वानिकी का प्राकृतिक खेती में योगदान के बारे में बताया कि स्वस्थ धरा से खेत हरा का संकल्प सिर्फ प्राकृतिक खेती से ही सिद्घ हो सकता है। इसलिए किसान प्राकृतिक खेती की और कदम बढाएं। इस अवसर पर डॉ० कुलदीप सिंह ने किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसान कभी भी अपने फसल अवशेषों में आग न लगाएं क्योंकि इससे हमारी मिट्टद्दी की उर्वरा शक्ति नष्टद्द हो जाती है। इसके अलावा डॉ० परमिन्द्र मलिक ने किसानों को प्रकृतिक तरीके से दलहन फसलों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी राकेश कुमार ने किसानों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ० प्रेमदीप ने मौसम से संबंधित, ईफको से अशोक कुमार ने नैनो यूरिया, आईपीएल से संजीव कुमार तथा सत्यवान ग्रेवाल ने मिट्टी की जांच करवाने के लिए किसानों को जागरूक किया। कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती से संबंधित एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस किसान जागरूकता शिविर में 600 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया।
इस मौके पर विभिन्न गांवों से आए प्रगतीशील किसानों में गांव हलालपुर से राजेन्द्र ङ्क्षसह, देवेन्द्र ङ्क्षसह, झरोठ से संदीप, सिसाना से भगवान, थाना खुर्द से सतेन्द्र व देवेन्द्र, सांदल कलां से राज सिंह, रोहट गांव से जयसिंह तथा गांव जाहरी से राजमल सहित अनेक किसान मौजूद रहे।
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