दुकानें बंद हुई तो गांव-गांव बिकने लगी महुआ शराब , आबकारी विभाग गहरी नींद में

कोरबा । एएनएन (Action News Network)
प्रदेश में सभी जगह धारा 144 व लॉकडाउन होने से पुलिस के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। शासकीय शराब दुकानों को बंद कर दिया है। अब जिले के गांव-गांव में महुआ शराब बनाकर बेचने का धंधा शुरू हो गया है। इसकी जानकारी होने के बाद भी आबकारी विभाग के अमले ने आंख बंद कर ली है। ऐसे में अब पुलिस के लिए दोहरी समस्या हो गई है। दिन- रात ड्यूटी करने वाली पुलिस को अवैध शराब पकड़नी पड़ रही है।
वही आबकारी विभाग को होश नहीं है कि जिले में क्या चल रहा है , एक महुआ बिक्रेता ने बताया की हम लोग तो पैसे देते है, इस लिए तो इतनी बड़ी मात्रा में शराब बना कर बेच पा रहे है पर पुलिस से हमेशा खतरा बना रहता है। क्यूंकि पुलिस वाले सभी जगह बहुत कड़ी चेकिंग कर रहे है। राज्य शासन ने लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सभी जगहों में आबकारी विभाग के माध्यम से संचालित शराब दुकानों को बंद कर दिया है। गौर करने वाली बात यह है कि दुकानें बंद होने से शराब मिलनी बंद नहीं हुई है।
चाहे अंग्रेजी हो या फिर देसी, सभी क्वालिटी व ब्रांड की शराब की कालाबाजारी चल रही है। वहीं, जरूरतमंद व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी कच्ची महुआ शराब की ओर भाग रहे हैं। अचानक से महुआ शराब की मांग बढ़ने से शहर से लेकर गांव तक महुआ शराब अवैध रूप से बिकने लगी है। लेकिन, शराब दुकानें बंद होने के बाद अधिकारी व टीम शांत बैठ गए हैं। इधर, सामान्य दिनों की अपेक्षा महुआ शराब की कीमत भी दोगुनी से तीन गुनी हो गई है। ऐसे में सुबह से लेकर शाम व रात तक कोरोना से जंग लड़ने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों के लिए नई समस्या खड़ी हो गई है।