लॉकडाउन-4.0 में तारों को बनाएं साथी, आकाश में रोज देख सकते हैं शेर की आकृति

भोपाल । एएनएन (Action News Network)
कोरोना की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन में इन दिनों नागरिक अपने घरों में कैद हैं। ऐसे में शाम के समय आसमान में चमकते तारों को अपना साथी बना सकते हैं। नेशनल पार्क में तो शेर सभी ने देखे होंगे, लेकिन आसमान में शेर की आकृति बहुत कम देखने को मिलती है। लॉकडाउन-4 में प्रतिदिन आप आकाश में शेर की आकृति के तारामंडल से साक्षात्कार कर सकते हैं। राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त भोपाल की विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने गुरुवार को हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में बताया कि इस महीने की हर शाम 7 से 9 बजे के आसामान में लियो तारामंडल के दर्शन किये जा सकते हैं। यह तारामंडल आकाश में सिर के ऊपर सिंह की आकृति में दिखाई देता है।
सारिका ने बताया कि हमारे पूर्व खगोलविदों ने आकाश में तारों के समूह की स्थाई संरचना की कल्पना किसी जीव या वस्तु से कर उन्हें 12 राशि तारामंडल का नाम दिया। इनमें से पांचवां तारामंडल सिंह या लियो इस समय शाम को दिखाई दे रहा है। इस तारामंडल के दक्षिण भाग वाले दो तारे काल्पनिक सिंह के पैर तथा पूंछ का सिरा हैं। उत्तर भाग वाले दो तारों से सिंह की पीठ की कल्पना की गई थी। सिंह के गर्दन को बनाने वाले तारे भी देखे जा सकेंगे। इस ताराामंडल में मघा, पूर्वा फाल्गुनी तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र को भी पहचाना जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस माह की हर शाम आकाशीय सिंह तारामंडल का साक्षात्कार कर अपना लोग अपना खगोलविज्ञान का ज्ञान बढ़ा सकते हैं। सारिका ने बताया कि इस तारामंडल में तीन नक्षत्र स्थित हैं, जिनमें मघा को रेगुलस या अल्फा लियोनिस भी कहते हैं। यह सिंह तारामंडल का सबसे चमकदार तारों का समूह है। इसके प्रकाश को हम तक पहुंचने में लगभग 78 साल लगते हैं। दूसरे नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी को डेनेबोला या बीटा लियोनिस कहते हैं। यह सिंह तारामंडल का दूसरा चमकदार तारा है। इसके प्रकाश को हम तक आने में 36 साल लगते हैं, जबकि पूर्वा फाल्गुनी 11वां नक्षत्र है। इसका प्रकाश पृथ्वी तक आने में 58 साल लगते हैं। इसे डेल्टा लियोनिस कहते हैं। सारिका ने बताया कि अभी आकाश में चंद्रमा नहीं है। ऐसे में इस तारामंडल को और अच्छे से देखा जा सकता है।