
नई दिल्ली :कांग्रेस नेताराहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राजग सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकसभा में दिए गए जवाब पर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे समय में जब मणिपुर महीनों से जल रहा है, तब संसद में ‘हंसी-मजाक’ करना उन्हें (प्रधानमंत्री को) शोभा नहीं देता (Rahul slams pm modi).
राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में लोग मारे जा रहे हैं. दुष्कर्म हो रहे हैं. वहीं, प्रधानमंत्री संसद में हंसकर जवाब दे रहे थे, यह हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता है.
मणिपुर के हालात पर संसद में कांग्रेस पार्टी का अविश्वास प्रस्ताव गिरने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा में दो घंटे से ज्यादा के भाषण के दौरान मणिपुर पर सिर्फ दो मिनट बात की.
राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर महीनों से जल रहा है, लोग मारे जा रहे हैं, दुष्कर्म हो रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री हंस रहे थे, चुटकुले सुना रहे थे. उन्होंने कहा, ‘संसद के बीच में बैठे प्रधानमंत्री बेशर्मी से हंस रहे थे… मुद्दा कांग्रेस या मैं नहीं थे, मुद्दा यह था कि मणिपुर में क्या हो रहा है? और इसे क्यों नहीं रोका जा रहा है.’
मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय सेना इस नाटक को 2 दिनों में रोक सकती है लेकिन पीएम मणिपुर को जलाना चाहते हैं और आग को बुझाना नहीं चाहते हैं.
राहुल ने कहा कि सदन में उनके द्वारा की गई यह टिप्पणी कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ‘मणिपुर में भारत माता की हत्या की’ सिर्फ खोखले शब्द नहीं थे. उन्होंने कहा, ‘मणिपुर में भाजपा ने हिंदुस्तान की हत्या कर दी है.’
राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ‘चाहते हैं कि मणिपुर जले, न कि आग बुझे.’ उन्होंने कहा कि सेना दो-तीन दिन में शांति ला सकती है लेकिन सरकार उसकी तैनाती नहीं कर रही है.
राहुल गांधी ने कहा कि ’19 साल के अनुभव में मैंने मणिपुर में जो देखा-सुना, वैसा पहले कभी नहीं देखा. संसद में मैंने कहा था, पीएम और गृह मंत्री ने भारत माता की हत्या की है, मणिपुर में भारत को खत्म कर दिया है. ये खोखले शब्द नहीं हैं…मणिपुर में, जब हमने मैतेई क्षेत्र का दौरा किया, तो हमें स्पष्ट रूप से बताया गया कि यदि हमारे सुरक्षा दस्ते में कोई कुकी है, तो उन्हें यहां नहीं लाया जाना चाहिए क्योंकि वे उसे व्यक्ति को मार देंगे. जब हम कुकी क्षेत्र में गए, तो हमें बताया गया कि हम अगर किसी भी मैतेई व्यक्ति लाएंगे, वे उसे गोली मार देंगे…तो, यह एक राज्य नहीं है, दो राज्य हैं. राज्य की हत्या हो गई है और उसका हौसला बढ़ा दिया गया है.’
‘पीएम मणिपुर जा सकते थे’: राहुल ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री कम से कम मणिपुर जा सकते थे, समुदायों से बात कर सकते थे और कह सकते थे कि मैं आपका पीएम हूं, आइए बात शुरू करें लेकिन मुझे कोई इरादा नहीं दिखता… सवाल यह नहीं है कि क्या पीएम मोदी 2024 में पीएम बनेंगे, सवाल मणिपुर का है जहां बच्चे, लोग मारे जा रहे हैं.’
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में ध्वनिमत से खारिज हो गया है. हालांकि, वोटिंग के दौरान कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके और एनसीपी सहित अन्य कई विपक्षी पार्टियों के सांसद सदन में मौजूद नहीं थे क्योंकि ये दल प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान ही सदन से वॉकआउट कर गए थे.
इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों तक हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी, नेहरू गांधी परिवार और अन्य विपक्षी दलों पर राजनीतिक कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अच्छा लगा कि विपक्ष ने उनकी बात मानी, उन्होंने 2018 में विपक्ष को 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लाने का काम सौंपा था और उनकी बात मानते हुए विपक्ष 2023 में यह प्रस्ताव लेकर आया. लेकिन, उन्हें दुख हुआ कि इसके लिए विपक्ष ने कोई तैयारी नहीं की, अविश्वास प्रस्ताव में कुछ भी इनोवेशन नहीं था, क्रिएटिविटी नहीं थी.