नूंह में हिंसा के बाद गरज रहा मनोहर सरकार का बुलडोजर, पूरे जिले में हो रही अवैध कब्जों पर तोड़फोड़ की कार्रवाई
नूंहः नूंह हिंसा के बाद प्रशासन द्वारा विशेष तोड़फोड़ अभियान चलाया गया है। नूंह शहर सहित पुनहाना, पिनगवां, नगीना, फिरोजपुर झिरका, तावडू् सहित जिले में कई जगह पर कार्रवाई की जा रही है. अभियान का शनिवार को तीसरा दिन है. शनिवार को नूंह शहर में कई जगह पीला पंजा चला तो तावडू में भी कार्रवाई हुई. तावडू सोहना मार्ग पर भारी पुलिस बल के साथ बड़े पैमाने पर अवैध कब्जों को लेकर कार्रवाई हुई. इसकी शुरुआत ग्राम पंचायत सहसोला की सीमा से हुई, जहां सबसे पहले कांग्रेस नेता पूर्व विधानसभा प्रत्याशी डॉ शमसुद्दीन के फार्म हाउस का गेट तोड़ा गया.
सहसोला बस स्टैंड पर कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। तोड़फोड़ अभियान की सूचना मिलते ही दुकानदार अपनी दुकान और खोके से सामान हटा कर ले जाने लगे. इनमें से कुछ लोगों ने प्रशासन के सामने गुहार भी लगाई, महिलाएं प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रोते बिलखते हुए गुहार लगाने लगी, लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी. इस दौरान तावडू तहसीलदार प्रदीप देशवाल, लोक निर्माण विभाग उप मंडल अभियंता आवेश कुमार, गुरुग्राम से उपमंडल अभियंता मनोज कुमार, अमित कुमार और रेपिड रैपिड एक्शन फोर्स सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा.
अवैध कब्जों को लेकर नियमानुसार और सरकार के आदेश पर तोड़फोड़ की कार्रवाई हुई है. मार्ग के साथ अवैध कब्जों को हटाने के लिए पूरे जिले में अभियान चलाया गया है, मार्ग के दोनों तरफ 65 फुट तक ग्रीन बेल्ट में जो भी निर्माण है, वह अवैध है।
– संजीव कुमार, उपमंडल अधिकारी तावडू
दुकान मालिक बोले-हमारा हिंसा से कोई लेना-देना नहीं-वही मौके पर पहुंचे स्थानीय दुकान मलिकों ने बताया कि अवैध कब्जे को लेकर प्रशासन की ओर से पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया. यह कार्रवाई अचानक की गई है. नूंह हिंसा में उनके परिवार से किसी का कोई लेना देना नहीं है. किसी मुकदमे में परिवार से कोई भी आरोपी नहीं है, फिर भी कार्रवाई की गई है. कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा था कि एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। यह स्थानीय लोगों के छोटे रोजगार पर सीधी चोट है।
शहीद स्मारक भी हुआ तोड़फोड़ का शिकार-सोहना मार्ग पर ग्राम पंचायत सहसोला बस स्टैंड पर मेवात विकास अभिकरण द्वारा निर्मित दादा सवालिया अमर शहीद पार्क भी तोड़फोड़ अभियान से नहीं बच सका. शनिवार को हुई कार्रवाई के दौरान पीला पंजा यहांं भी चला. तोड़फोड़ के दौरान एक पुलिस जवान की नजर इस पर पड़ी तो उसने जेसीबी चालक को रोका. बता दें कि वर्ष 2010 में ग्राम पंचायत सहसोला में दादा सवालिया यादगार समिति द्वारा एवं अखिल भारतीय शहीदाने सभा ने द्वारा मेवात विकास प्राधिकरण के सहयोग से अमर शहीद पार्क बनाया था, जिसका उद्घाटन 20 फरवरी 2010 को तत्कालीन सोहना विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव चौधरी धर्मवीर सिंह ने किया था.