
विदेश में भारत विरोधी बयान, राहुल पर मंत्री अनिल विज का हमला
चंडीगढ़
हरियाणा सरकार में ऊर्जा व परिवहन मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कोलंबिया के ईआईए विश्वविद्यालय में दिए गए बयान पर तीखा हमला बोला है. विदेश में जाकर भारत के खिलाफ बयान देने को लेकर अनिल विज ने कहा है कि भारत मां के दो तरह के लाल हैं, एक विदेश में भारत का नाम रौशन करते हैं और एक वो हैं जो विदेशों में भारत का नाम डुबोते हैं.
राहुल गांधी ने कोलंबिया के ईआईए विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में कहा था कि लोकतंत्र पर हमला भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है. राहुल के इस बयान पर अब अनिल विज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. अंबाला में मीडिया से बात करते हुए विज ने कहा कि विदेशों में जाकर भारत के खिलाफ बोलना राहुल गांधी जी की आदत है. उन्होंने कहा कि भारत मां के दो तरह के लाल है, एक वो है जो विदेशों में जाकर भारत का नाम रोशन करते है और एक वो है जो विदेशों में जाकर भारत का नाम डुबोने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि अब फैसला लोगों को करना है कि कौन किस तरह का लाल है, प्रजातंत्र में तो फैसला लोगों को ही होता है.
दरअसल, राहुल गांधी ने कोलंबिया की EIA यूनिवर्सिटी में ‘द फ्यूचर इज टुडे’ कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते बीजेपी और संघ पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि भारत में लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं. ऐसा होना देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है. इससे देश में संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. भारत की ताकत उसकी विविधता और लोकतंत्र है, लेकिन वर्तमान हालात ऐसे हैं कि इन मूल्यों पर खतरा मंडराने लगा है.
राहुल ने बीजेपी-संघ पर बोला था हमला
इसके अलावा राहुल गांधी ने कार्यक्रम में बीजेपी और संघ और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर भी हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि संघ और बीजेपी की विचारधारा के मूल में कायरता है. वहीं, विदेश मंत्री को लेकर उन्होंने कहा था कि उनके बयान पर एक नजर डाले तो उन्होंने कहा था कि चीन हमसे कहीं ज्यादा ताकतवर है. हम उससे कैसे लड़ सकते हैं? इस विचारधारा के मूल में कायरता है.
बीजेपी ने भी राहुल पर बोला हमला
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने भी जमकर हमला बोला. बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में बैठकर भारत की बदनामी कर रहे हैं. बीजेपी ने सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 140 साल पुरानी पार्टी पर 100 साल से एक ही परिवार का आधिपत्य रखने वाले कांग्रेस के पतन और सत्ता नहीं मिलने के बदहवासी में अपनी आदत के अनुरूप विदेश की धरती से एक और आपत्तिजनक बयान दिए हैं. ये कोई आश्चर्यजनक नहीं है.