करसोग कॉलेज में आगजनी की घटना पर आधारित मॉकड्रिल आयोजित
टीम एक्शन इंडिया/मंडी/खेमचंद शास्त्री
आपदा जोखिम न्यूनीकरण व आपदा जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत करसोग में आगजनी की घटना पर आधारित मॉकड्रिल का आयोजन डिग्री कॉलेज में किया गया। एसडीएम करसोग सचिन शर्मा आईएएस प्रोबेशनर की अध्यक्षता में आयोजित इस मॉकड्रिल में आगजनी की घटना होने पर आग को फैलने से रोकने, राहत व बचाव संबंधी तैयारियों की समीक्षा की गई।मॉकड्रिल के दौरान करसोग कॉलेज में सुबह के समय लगभग 11 बजे अचानक आग लग जाती है और कॉलेज का सायरन निरंतर बजने लगता है। कॉलेज में अध्यनरत छात्रों को कॉलेज परिसर से बाहर निकालने के प्रयास किए जाते है। कॉलेज स्टाफ द्वारा आग लगने की तुरंत सूचना पुलिस, अग्निशमन व स्वस्थ्य विभाग सहित उपमंडल प्रशासन को दी जाती है।
आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारी दमकल वाहनों के साथ मौके पर पहुंच पानी की बौछार कर आग पर काबू पाते है। उसी दौरान मौके पर पहुंचे दमकल विभाग, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने आग लगने के कारण कॉलेज भवन की दूसरी मंजिल पर फं से लगभग एक दर्जन छात्रों को रैस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया और आगजनी की इस घटना में सभी घायलों को एबुंलेंस,पुलिस व निजी वाहनों की मदद से अस्पताल पहुंचाया जाता है। जहां पर उन्हें उपचार प्रदान किया जाता है।कॉलेज में आग लगने की सूचना मिलने पर एसडीएम करसोग स्वयं मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्यो का स्वयं मोर्चा संभालते हुए इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए। ताकि प्रभावितों को शीघ्र अति शीघ्र मदद पहुंचाई जा सके। इस मौके पर एसडीएम ने कहा कि सर्दियों के मौसम में आगजनी की घटनाएं सामान्य तौर पर देखी जाती है। जिससे लोगों को जानमाल का भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इसी कारण मॉकड्रिल का विषय आगजनी की घटना पर आधारित था।
ताकि इस प्रकार घटना होने पर, राहत व बचाव के संबंध में उठाएं जाने वाले विभिन्न प्रभावी कदमों की तैयारियों को जांचा जा सके। उन्होंने कहा कि मॉकड्रिल का आयोजन आपदा जोखिम न्यूनीकरण अंतर्राष्ट्रीय दिवस समर्थ-2023 अभियान के अन्तर्गत किया गया। इसका उद्देश्य आगजनी जैसी आपदा के दौरान उत्पन्न होने वाली आपातकालीन स्थितियों में प्रभावित लोगों के जीवन को बचाने व स्थितियों को सामान्य बनाने के संबंध में उठाएं जाने वाले प्रभावी प्रशासनिक कदमों को भी जांचना है।