गृह मंत्री अमित शाह आज असम के दौरे पर हैं। असम में उन्होंने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि 300 से ज्यादा सीटों के साथ 2024 में नरेंद्र मोदी आएंगे। नई संसद के विपक्षी बहिष्कार पर उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये जनादेश का अपमान है।
नई संसद के उद्घाटन का बहिष्कार कर कांग्रेस और उसके साथी ओछी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस के बहिष्कार करने से कुछ नहीं होता है। देश की जनता मोदी जी के साथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब ये खुद करे तो अच्छा है। उन्होंने कहा कि देश कांग्रेस की इच्छा पर निर्भर नहीं रह सकता है।
भाजपा नेता ने कहा कि अगली बार कांग्रेस की इतनी भी सीट नहीं आएगी। जनता पूरी तरह से मोदी जी के साथ है। अमित शाह ने कहा कि जिस असम में महिनों तक कर्फ्यू रहता था, गोलीबारी होती थी, उस असम में PM मोदी ने विकास का एक नया युग शुरु किया। उन्होंने कहा कि एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरी ये बताता है कि असम के लोग आज शांति और विकास चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि असम के युवाओं को राज्य के विकास का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। शाह ने दावा किया कि बीजेपी ने अपने चुनावी वादे पूरे किए … आज लगभग 86000 युवाओं को नौकरी मिल रही है, वादा सिर्फ 2 साल के भीतर पूरा हुआ।
शाह ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में देश की संसद के नए भवन का लोकार्पण करने वाले हैं। इस अवसर पर कांग्रेस और उसके साथी ओछी राजनीति कर रहे हैं, नए संसद भवन के लोकार्पण का बहिष्कार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं आज कांग्रेस के नेताओं से कहना चाहता हूं कि आपके बहिष्कार से कुछ नहीं होता, देश की जनता का आशीर्वाद मोदी जी के साथ है और जनता चाहती है कि नए भारत के निर्माण में लोकतंत्र का मंदिर भी नया बने। उन्होंने कहा कि मोदी 2024 में 300 सीट पर जीत के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। कांग्रेस 2024 में लोकसभा में अपनी मौजूदा सीट की संख्या भी बचा नहीं पाएगी।
वहीं एक अन्य कार्यक्रम में अमित शाह ने मणिपुर में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और वादा किया कि समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। शाह ने कामरूप जिले के चांगसारी क्षेत्र में स्थापित होने वाले राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के दसवें राष्ट्रीय परिसर का शिलान्यास करते हुए कहा कि विवाद के समाधान में मदद के लिये वह पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही मणिपुर जाऊंगा और वहां तीन दिन रहूंगा, लेकिन उससे पहले दोनों गुटों को आपस में अविश्वास और संदेह दूर करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में शांति बहाल हो।