प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त के मौके पर लाल किले से विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया था. इस ऐलान के 24 घंटे के भीतर ही केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में विश्वकर्मा योजना पर मुहर लगा दी गई है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार इस योजना के जरिए ओबीसी वर्ग को साधना चाहती है.
जानकारी के मुताबिक, इस योजना को सितंबर में विश्वकर्मा जयंती के दिन लॉन्च किया जाएगा. केंद्र की इस योजना का मकसद सुनार, राजमिस्त्री, नाई, लौहार जैसे काम करने वाले लोगों को मदद पहुंचाना है. लाल किले से पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा था कि शुरुआत में इस योजना को 15 हजार करोड़ रुपये के बजट के साथ लॉन्च किया जाएगा और बाद में इसे बढ़ाया जाएगा. बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस योजना को मंजूरी मिली, जिसका मकसद इस वर्ग को ट्रेनिंग देना और औजार मुहैया कराना होगा. लॉन्चिंग के वक्त केंद्र सरकार विस्तार से इस योजना की जानकारी देगी.
लाल किले से पीएम मोदी ने किए थे बड़े ऐलान
मंगलवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को संबोधित किया था, तब उन्होंने महत्वपूर्ण ऐलान किए थे. विश्वकर्मा योजना के अलावा पीएम मोदी ने ‘लखपति दीदी’ को लेकर भी ऐलान किया था. पीएम मोदी ने जानकारी दी थी कि सरकार की लक्ष्य 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है, इसके जरिए ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन चलाने और उसका उपयोग करने की ट्रेनिंग दी जाएगी, इसका मुख्य उपयोग एग्रिकल्चर सेक्टर में होगा.
इस योजना के अलावा पीएम मोदी ने मध्यम वर्गीय लोगों के लिए होम लोन के ब्याज में कुछ राहत देने की बात कही थी. शहर में बसने वाले लोग, अनाधिकृत कॉलोनी में रहने वाले और किराये के घर में रहने वाले लोग जो शहर में अपना घर बनाना चाहते हैं, ऐसे बड़े तबके को साधने के लिए केंद्र सरकार ने इस अहम योजना का ऐलान किया है. जल्द ही इस योजना से जुड़ी जानकारी भी साझा की जाएंगी.