
नई दिल्ली:लोकसभा की कार्यवाही फिर से दोपहर साढ़े 12 बजे तक के लिए स्थगित दी गई है. सदन की कार्यवाही 12 बजे शुरू हुई और थोड़ी ही देर में स्थगित कर दी गई. इससे पहले विपक्षी दलों के हंगामे के चलतेलोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी. मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड किए जाने के मुद्दे को लेकर आज भी सदन में हंगामा जारी है. वहीं, अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड किए जाने के मुद्दे को लेकर कांग्रेस सांसदों की बैठक बुलाई गई.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर एनसी सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘अफसोस की बात है कि उन्होंने आखिरी दिन (संसद के) एक अच्छे सदस्य को निलंबित कर दिया.’ सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा, ‘संसद में किसी को भी किसी भी समय निलंबित किया जा सकता है. यह आज का संसद है.
केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (सेवा की शर्तें और कार्यकाल की नियुक्ति) विधेयक 2023 पर बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में फैसला दिया था. इसलिए हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक कानून लेकर आए. नए विधेयक को लेकर हम एक सर्च कमेटी बना रहे हैं जिसका नेतृत्व कैबिनेट सचिव करेंगे. उसके बाद, एक चयन समिति होगी जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री करेंगे. इसमें गलत क्या है?’
लोकसभा से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘मैंने उनसे (अधीर रंजन चौधरी) तब कहा था कि माफी मांगें और कम से कम खेद व्यक्त करें. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इससे अब उनकी आदत बन गई है. यह अध्यक्ष को निर्णय लेना है.’
अधीर रंजन चौधरी के लोकसभा से निलंबन पर लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हीप के सुरेश ने कहा, ‘वह पिछले चार वर्षों से लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं. उन्होंने सदन में बहुत सारे भाषण दिए हैं. उनके कदाचार के बारे में कल ही पता चला. ये राजनीतिक रूप से किया है. संसदीय प्रणाली की हत्या कर दी गई. आज हमारी I.N.D.I.A. की एक बैठक है. कांग्रेस की भी एक बैठक है. हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. हम दो बैठकों के बाद इस पर निर्णय करेंगे.’
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में यह बैठक बुलाई गई है. इससे पहले बृहस्पतिवार को विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. विपक्ष की ओर से मणिपुर मुद्दे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया था. मणिपुर मुद्दे को लेकर संसद में गतिरोध बना हुआ है. विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे को लेकर लोकसभा में बोलने की मांग की थी. अविश्वास प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.
विपक्ष की ओर से सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक गठबंधन I.N.D.I.A. भी बनाया गया. I.N.D.I.A गठबंधन दलों के 21 सांसदों ने मणिपुर का दौरा भी किया. इसके बाद से विपक्ष की ओर से हमला और तेज हो गया. अविश्वास प्रस्ताव की शुरुआत कांग्रेस से गौरव गोगोई ने की थी. इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
इसपर बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने पलटवार किया. उन्होंने विपक्षी गठबंधन की जमकर आलोचना की. सांसद ने कहा कि मणिपुर मुद्दा सरकार को घेरने का प्रयास है. कांग्रेस के सांसद इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है. इससे पहले कई मंत्रियों की ओर से भी कहा गया कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देना चाहती है. संसद के इस मानसून सत्र के दौरान कई बड़े बिल पास किए गए.