अन्य राज्यमध्य प्रदेश

राजधानी भोपाल समेत 7 जिलों में 30 इंच से ज्यादा हुई बारिश

भोपाल

मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर अगले एक सप्ताह थमा रहेगा। मानसून ट्रफ के प्रदेश से ऊपर निकलने और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कमजोर होने से ऐसा होगा।

एमपी में मानसून की एंट्री से अब तक 45 दिन हो गए, इस दौरान औसत 24.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 65% है। भोपाल, मंडला, सिवनी, नर्मदापुरम समेत 7 जिले ऐसे हैं, जहां पर 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 36.67 इंच बारिश हो चुकी है।

आईएमडी भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के ऊपर है। ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी गुजर रही है। ट्रफ साउथ राजस्थान से नॉर्थ केरल तक जा रही है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। एक सप्ताह तक ऐसा ही दौर रहेगा।

प्रदेश में औसत से 22 फीसदी हुई बारिश
मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मध्य प्रदेश में 1 जून से 05 अगस्त 2024 की लंबी अवधि के औसत से 22 फीसदी अधिक बारिश हुई है। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 26 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में 21 जून को मानसून ने प्रवेश किया था तब से लगातार बारिश हो रही है। शुरुआती दौर में पश्चिम क्षेत्र में कम बारिश डर की गई थी लेकिन पिछले दो सप्ताह से हो रही तेज बारिश ने कोटा पूरा कर लिया और औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

मध्य प्रदेश के इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश मौसम विभाग ने प्रदेश के भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके अनुसार इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, चंबल संभाग में बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। जबकि राजगढ़, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा के ओंकारेश्वर, खरगोन के महेश्वर, अलीराजपुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ में मध्यम बारिश जबकि भोपाल, सीहोर, उज्जैन, आगर-मालवा, शाजापुर, देवास में हल्की बारिश होने की संभावना है। इंदौर, धार के मांडू, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सीधी, सिंगरौली, रीवा, बालाघाट, सिवनी, मंडला, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, हरदा, विदिशा, रायसेन के भीमबेटिका और सांची, नर्मदापुरम के पचमढ़ी, नरसिंहपुर, सागर जिलों में भी मौसम के बदलने का अनुमान है।

भोपाल में चार दिन में महीने की आधी बारिश हुई
राजधानी भोपाल में सोमवार शाम को तेज बारिश हुई। इससे पहले सुबह हल्की फुहारें भी गिरती रही। इधर कलियासोत डैम के 13 में 11 गेट खुले हुए हैं। वहीं, भदभदा डैम के 2 में से एक गेट सुबह 8 बजे बंद कर दिया गया। यानी, एक गेट खुला रखा गया है। कोलार के दोनों गेट सोमवार सुबह बंद कर दिए गए। राजधानी भोपाल में 4 दिन में ही अगस्त के कोटे की आधी बारिश हो गई। इस महीने औसत 13 इंच पानी बरसता है, लेकिन इस बार 1 से 4 अगस्त के बीच 6.9 इंच बारिश हो गई है। इसे मिलाकर सीजन में 31 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है, जो 85% से ज्यादा है। वहीं, पिछले साल पूरे सीजन के मुकाबले इस बार ज्यादा बारिश हो चुकी है। पिछली बार पूरे सीजन 30.9 इंच बारिश ही हुई थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button