सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते बोले-चौथी बार भी केंद्रीय राज्य मंत्री नहीं बनना चाहता था, इसलिए मना कर दिया
भोपाल
मंडला संसदीय सीट से सांसद चुने गए भाजपा नेता फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में स्थान को लेकर बड़ी बात कही है। कुलस्ते मप्र की मंडला संसदीय सीट से सात बार के सांसद हैं।
नहीं बनना चाहता था राज्यमंत्री
मीडिया से बातचीत में भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि वे चौथी बार केंद्रीय राज्य मंत्री नहीं बनना चाहते थे, इसलिये इस बार इनकार कर दिया। उल्लेखनीय है कि इस बार फग्गन सिंह कुलस्ते को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है।
बीएल संतोष से भी हुई बातचीत
बातचीत के दौरान फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि उनकी भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी इसको लेकर चर्चा हुई है। यह भी कहा कि अगर भविष्य में केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वतंत्र मंत्रालय को लेकर विचार किया जाएगा तो सोचा जाएगा।
मप्र के बड़े आदिवासी नेता हैं कुलस्ते
उल्लेखनीय है कि फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम मध्य प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता के रूप में शुमार किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाया जा रहा था, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं थे। कैबिनेट होता तो ठीक था। कुलस्ते केंद्रीय मंत्रिमंडल में तीन बार राज्यमंत्री रह चुके हैं।
अध्यक्ष को लेकर कही ये बात
जब कुलस्ते से यह पूछा गया कि क्या भाजपा के मध्य प्रदेश अध्यक्ष को लेकर परिवर्तन की नौबत आती है तो किसी आदिवासी चेहरे को अवसर दिया जाना चाहिये। इस पर कुलस्ते का जवाब था कि यह फैसला पार्टी को ही करना है।
इस बार सावित्री ठाकुर को मिला है अवसर
मध्य प्रदेश से मोदी मंत्रिमंडल में आदिवासी नेता के तौर पर इस बार धार की सांसद सावित्री ठाकुर को अवसर दिया गया है। राज्य में भाजपा ने सभी 29 लोकसभा सीटें अपने नाम की हैं।
यह दायित्व निभा चुके हैं कुलस्ते
फग्गन सिंह कुलस्ते मोदी कैबिनेट में पिछली बार ग्रामीण विकास राज्यमंत्री बनाए गए थे, जबकि पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री का दायित्व मिला था। कुलस्ते अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में आदिवासी मामलों और संसदीय कार्य राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।