
सांसद मणिकम टैगोर बोले: ‘नफरत से सीखने जैसा कुछ नहीं, RSS और अल कायदा दोनों नफरत फैलाते हैं’
नागपुर
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने RSS यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तुलना अल कायदा से की है। अब संघ ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा है और कहा है कि लगातार हो रही हार की निराशा साफ नजर आ रही है। साथ ही दावा किया है कि 'कुछ नेताओं' की तरफ से संघ की तारीफ के कारण कांग्रेस बंटी हुई नजर आ रही है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने संघ की तारीफ की थी।
संघ के वरिष्ठ प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा, 'कांग्रेस के एक प्रमुख सांसद ने आरएसएस की तुलना अल कायदा से कर अपनी मानसिकता दिखाई है…। यह कांग्रेस नेतृत्व और उसके सदस्यों के बौद्धिक और मानसिक दिवालियापन को दिखाता है।'
उन्होंने कहा, 'जब व्यक्तियों, संस्थानों और उनके नेताओं को बार-बार हार का सामना करना पड़ रहा है, तो उनकी निराशा साफ नजर आती है। कुछ नेता अनुशासन, देशप्रेम और राष्ट्र निर्माण के कामों के लिए आरएसएस की तारीफ कर रहे हैं। इससे कांग्रेस के अंदर उथल पुथल मच गई है और यह पार्टी विभाजित नजर आ रही है।'
कुमार ने कहा कि आरएसएस अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। संघ के कार्यकर्ता विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से देश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। संघ छुआछूत, प्रदूषण, धार्मिक कट्टरता और जबरन धर्मांतरण से मुक्त समाज के लिए प्रयास कर रहा है। हम चाहते हैं कि लोग कानून का पालन करें और नियमों का पालन करें।
क्या बोले थे कांग्रेस नेता
रविवार को टैगोर ने कहा था, 'आरएसएस एक संगठन है, जो नफरत के आधार पर बना है और नफरत फैलाता है। नफरत से सीखने जैसा कुछ नहीं है। क्या आप अल कायदा से कुछ भी सीख सकते हैं। अल कायदा नफरत भरा संगठन है। वो दूसरों से नफरत करता है। उस संगठन से सीखने के लिए क्या है।'
दिग्विजय सिंह ने शेयर कर दी थी फोटो
सिंह ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी और संघ की तारीफ की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए बताया कि कैसे एक जमीनी कार्यकर्ता अपने नेताओं के चरणों में बैठकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद तक पहुंचा। हालांकि, सिंह ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि वह आरएसएस तथा प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के धुर विरोधी हैं और उन्होंने सिर्फ संगठन की तारीफ की है।
CWC यानी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू होने से पहले दिग्विजय सिंह ने एक्' पर एक पुरानी तस्वीर साझा की, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी आगे की तरफ नीचे बैठे हुए हैं और उनके पीछे भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं। सिंह ने पोस्ट किया, कोरा वेबसाइट पर मुझे यह चित्र मिला। बहुत ही प्रभावशाली है। किस प्रकार आरएसएस का जमीनी स्वयंसेवक व जनसंघ भाजपा का कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना। यह संगठन की शक्ति है। जय सियाराम।




