मुकेश सहनी ने मंत्री बनकर भी मल्लाहों के लिए कुछ नहीं किया, हरि सहनी ने खीजते हुए वीआईपी चीफ को बताया धोखेबाज
पटना.
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान का मामला अब तूल पकड़ लिया है। भाजपा नेता और बिहार सरकार में मंत्री हरि सहनी ने बुधवार पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि मुकेश सहनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की है, बिहार का निषाद समाज मर्माहत है।
उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ऐसे व्यक्ति हैं, जो हर किसी के साथ धोखा करते हैं। बीजेपी ने इन्हें (मुकेश सहनी) एमएलसी बनाया, मंत्री बनाया लेकिन मंत्री बनने के बाद भी इन्होंने मल्लाह समाज के लिए कुछ नहीं किया। जिस बीजेपी ने राजनीतिक पहचान दी, उसी की पीठ में मुकेश सहनी ने खंजर मारा है। उन्होंने कहा कि जिस निषाद के नाम पर उन्होंने राजनीति की, क्या उन्होंने कभी निषादों का भला किया? पिछले विधानसभा चुनाव में इन्हें 11 सीट दी गई थी, लेकिन किसी निषाद को टिकट नहीं दिया। इस बार भी इनको तीन सीट मिली, लेकिन किसी निषाद को टिकट नहीं दिया। कई उप चुनाव में भी इनकी पार्टी चुनावी मैदान में उतरी लेकिन किसी निषाद को उन्होंने चुनाव नहीं लड़वाया और आज ये प्रधानमंत्री को अपशब्द कह रहे हैं। मुकेश सहनी के विधायकों के तोड़ने के आरोप पर मंत्री हरि सहनी ने कहा कि हमने विधायकों को तोड़ा है क्या? उन्होंने किसी मल्लाह को टिकट नहीं दिया। आज मल्लाह समाज के लोग कह रहे हैं कि अगर हमें टिकट दिया होता तो ये दिन मुकेश सहनी को ये दिन नहीं देखना पड़ता। इसका दोषी कौन?
भारतीय जनता पार्टी है क्या?
हरि सहनी ने कहा कि भाजपा ने इन्हें हारने के बाद एमएलसी और मंत्री बनाया, लेकिन मंत्री बनकर भी मल्लाहों के लिए कुछ नहीं किया। 1935 में मछुआ कमेटी सोसाइटी बनी। इसी कमेटी के कानून के आधार पर मल्लाहों को तालाब मिलता था। मुकेश सहनी मंत्री बने तो इसे ओपन डाक का कानून बना दिया। मुकेश सहनी ने निषाद समाज के लिए जल्लाद का काम किया। बिहार का मल्लाह इसको सबक सिखाने का काम करेगा।