
दिल्ली में नेतन्याहू के ‘वांटेड’ पोस्टर लगा दिए, फैली सनसनी, पुलिस ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपी
नई दिल्ली
दिल्ली के पॉश इलाके चाणक्यपुरी में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक विदेशी दूतावास कर्मी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 'वांटेड' पोस्टर लगा दिए। दिल्ली पुलिस ने इन पोस्टरों को देखा, लेकिन कर्मी के पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है।
सुबह-सुबह चिपकाए पोस्टर
ये घटना बीते 10-12 दिन पहले की है, जब दिल्ली पुलिस को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के 'वांटेड' पोस्टर बिजली के खंभों पर चिपके दिखे। ये पोस्टर मालचा मार्ग पर कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल और अमेरिकन एंबेसी स्कूल के पास लगाए गए थे। इन पोस्टरों को तुरंत हटा दिया गया। पुलिस ने जांच शुरू की और कई सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज में एक शख्स पोस्टर चिपकाते नजर आया।
शख्स तक ऐसे पहुंची पुलिस
खबर के अनुसार, पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए पोस्टर चिपकाने वाले शख्स के घर तक पहुंच गई। पुलिस को पता चला कि पोस्टर लगाने वाला कोई आम शख्स नहीं, बल्कि एक पश्चिमी यूरोपीय देश के दूतावास में काम करने वाला विदेशी नागरिक था। उसके पास डिप्लोमैटिक पासपोर्ट होने की वजह से पुलिस ने सिर्फ उसका ब्योरा लिया और आगे की कार्रवाई के लिए मामले को गृह मंत्रालय को सौंप दिया।
पुलिस ने गृहमंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट
चूंकि यह शख्स डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी के दायरे में आता है, दिल्ली पुलिस ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया। पुलिस ने गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है और अब केंद्र सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रही है।