नोटा ने हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के विकेट उखाड़ दिए
टीम एक्शन इंडिया
चंडीगढ़: हरियाणा में लोकसभा चुनाव परिणामो ने जहा भाजपा और कांग्रेस को उम्मीद के मुताबिक सीट न मिलने पर चौकाया वही क्षेत्रीय दलों को भी निराश किया। हरियाणा में क्षेत्रीय दल नोटा से भी कम वोट ले पाए। कांग्रेस ओर भाजपा दोनो ही हरियाणा की सभी दस लोकसभा सीट जीतने का दावा कर रही थी।जहां कांग्रेस और बीजेपी को पांच-पांच सीटें मिली। वहीं क्षेत्रीय दलों को नोटा ने पीछे छोड़ दिया।
इस बार प्रदेश में 43 हजार से ज्यादा लोगों ने नोटा बटन दबाया। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में नोटा को सबसे ज्यादा वोट किया गया।जननायक जनता पार्टी (जजपा) के उम्मीदवार अंबाला और फरीदाबाद में नोटा (उपरोक्त में कोई नहीं) से भी हार गए।
इसी तरह गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के उम्मीदवार सोराब खान नोटा से हार गए। प्रदेश में सभी दस लोकसभा सीटों पर कुल 223 प्रत्याशी मैदान में थे जिनमें से 168 (75 प्रतिशत) नोटा से हारे हैं। प्रदेश में कुल 43 हजार 539 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
सभी सीटों पर कांग्रेस और भाजपा का सीधा मुकाबला रहा। हालांकि कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार नवीन जिंदल और इंडी गठबंधन के प्रत्याशी सुशील गुप्ता के साथ इनेलो के अभय चौटाला ने जरूर दमखम दिखाया, जबकि सिरसा में इनेलो प्रत्याशी संदीप लोट के खाते में अच्छी खासी वोट आई। बाकी अन्य सीटों पर इनेलो के साथ जजपा भी चुनावी रण में पिछड़ गई।