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सावन के पहले सोमवार पर महाकाल मंदिर में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

उज्जैन

आज सावन का पहला सोमवार है, और खास बात यह है कि इस पवित्र माह की शुरुआत भी सोमवार से हुई है। महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। मंदिर प्रशासन का दावा है कि भक्तों को 1 घंटे में दर्शन हो रहे हैं।

 रात 2.30 खोले गए महाकाल मंदिर पट

आपको बता दें कि हिंदू पवित्र श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू हो रहा है, और श्रावण शिवरात्रि 2 अगस्त, 2024 को मनाई जाने की उम्मीद है। ऐसे में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के पट रात 2.30 खोले गए| सावन महीने के पहले सोमवार पर बाबा महाकाल की आज विशेष पूजना अर्चना के साथ भस्म आरती की गई| बाबा महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत, फलों के रस से और गंगा जल से किया गया, साथ ही विशेष महाआरती कर पूजन किया गया| महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष गुरु ने बताया कि श्रावण मास में आज एक दुर्लभ संयोग आया है| जब सोमवार से इस महीने की शुरुआत हो रही है|

बाबा महाकाल की भस्म आरती को देखने के लिए उमड़े श्रद्धालु

श्रावण के पहले ही दिन महाकाल मंदिर में आस्था का सैलाब देखने को मिला| इस अवधि के दौरान, भक्त हर सोमवार को शिव मंदिरों में जलाभिषेक की रस्म निभाते हैं| बता दें कि बाबा महाकाल की भस्म आरती को देखने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे हुए थे, जिन्होंने रात्रि से ही लम्बी भी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार किया और बाबा महाकाल की भस्म आरती के के दर्शन भी किए| इस साल प्रतिभागियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।

मंदिर समिति ने की है विशेष व्यवस्था:

महाकाल मंदिर समिति ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। जल्द दर्शन के लिए 250 रुपये का टिकट लगेगा। कांवड़ यात्रियों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। शनिवार, रविवार और सोमवार को कांवड़ यात्री सामान्य दर्शनार्थियों के साथ कतार में लगकर भगवान का जलाभिषेक कर सकेंगे। मंगलवार से शुक्रवार तक कांवड़ यात्रियों को गेट नंबर 4 से प्रवेश मिलेगा।

जगह-जगह रखे गए हैं जल पात्र

देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में जल पात्र रखे गए हैं। इन जल पात्रों के माध्यम से श्रद्धालु भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर सकेंगे।

महाकालेश्वर मंदिर की महत्ता

महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और भगवान शिव के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर उज्जैन शहर में स्थित है, जो मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। सावन मास हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है। यह महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। इस महीने में श्रद्धालु सोमवार का व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस दौरान महाकाल में मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। एक अनुमान के मुताबिक पहले सोमवार को लगभग 3 लाख लोग मंदिर में दर्शन करेंगे।

सावन का पहला सोमवार महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धा और भक्ति का माहौल है। भक्तों का उत्साह देखने लायक है। महाकाल मंदिर समिति ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं।

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