डेढ़ घंटे की मेहनत एक डॉक्टर को ढाल दिया अम्बेडकर के रूप में
भिलाई
फिल्मों की शूटिंग में कैमरे के सामने किसी कलाकार को पेश करने से पहले सबसे चुनौतीपूर्ण काम होता है उस कलाकार को किरदार में ढालने का। इस काम में माहिर हैं बॉलीवुड में करीब 25 साल से सक्रिय सीनियर मेकअप आर्टिस्ट जुबैर अहमद। जुबैर को बॉलीवुड में गुड्डु भाई के नाम से जाना जाता है। गुड्डू ने बॉलीवुड में कई प्रमुख कलाकारों को नए गेटअप में ढाला है। हाल के बरसों में जीनत अमान, असरानी, जॉनी लीवर से लेकर कई कलाकारों के गेटअप कहानी की मांग के मुताबिक बदल चुके हैं।
गुड्डु इन दिनों इस्पात नगरी भिलाई में हैं और यहां बड़े बजट की हिंदी फीचर फिल्म रमाई में अपना योगदान दे रहे हैं। यह फिल्म भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पत्नी रमा बाई अम्बेडकर के संघर्ष पर आधारित है। फिल्म में डॉ. अम्बेडकर की भूमिका में भिलाई स्टील प्लांट के अंतर्गत जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 की बर्न यूनिट के प्रभारी और सेवाभावी चिकित्सक डॉ. उदय नजर आएंगे। वहीं डॉ. अम्बेडकर की पत्नी रमा बाई अम्बेडकर की भूमिका डॉ. उदय की पत्नी प्रेरणा निभा रही हैं।
फिल्म में डॉ. उदय दंपति को डॉ. अम्बेडकर दंपति में ढालने सक्रिय सीनियर मेकअप आर्टिस्ट जुबैर अहमद उर्फ गुड्डु भाई रोजाना डेढ़ से दो घंटा देते हैं। गेटअप बदलने के दौरान गुड्डु ने बताया कि मेकअप करने से ज्यादा चुनौतीपूर्ण गेटअप बदलना होता है। उन्होंने बताया कि यहां उन्होंने डॉ. अम्बेडकर के कालखंड खास कर देश की आजादी और उसके बाद के दौर का करीब छह माह तक अध्य्यन किया।इसके अलावा डॉ. अम्बेडकर से जुड़ी तमाम फिल्में भी देखी। इसके बाद उन्होंने डॉ. उदय को डॉ. अम्बेडकर के तौर पर ढालने का काम शुरू किया। गुड्डु बताते हैं कि उन्हें ऐतिहासिक और पौराणिक पात्रों को मेकअप-गेटअप के जरिए रि-क्रिएट करना सबसे बेहतर काम लगता है। यहां डॉ. उदय को शूटिंग के लिए डॉ. अम्बेडकर के पात्र में ढालने रोजाना एक से डेढ़ घंटा लगता है। जिसमें मेकअप की कई परतें चेहरे पर चढ़ाई जाती है। वहीं बालों को भी पात्र के अनुरूप संवारा जाता है। यह काम काफी धीरज का है, इसके बाद ही वांछित परिणाम मिलता है।
गुड्डु ने बताया कि पहली बार जब उन्होंने डॉ. उदय को डॉ. अम्बेडकर के रूप में ढाला तो फोटोग्राफ्स देखकर हर कोई हैरान रह गया। यहां तक कि फिल्म में शाहू जी महाराज की भूमिका करने जा रहे वरिष्ठ अभिनेता रजा मुराद ने भी खूब तारीफ की। गुड्डु ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हैं और वर्ष 1997 से फिल्म नगरी मुंबई में सक्रिय हैं। उन्होंने बताया कि अब तक ढेर सारी फिल्मों, टीवी सीरियल औऱ् शो से उन्हे जुड?े का मौका मिला। हाल ही में उन्होंने उत्तराखंड में आयोजित रामलीला के पात्रो को भी मेकअप-गेटअप के जरिए संवारा।
गुड्डू ने बताया कि डॉ. अम्बेडकर के पात्र मे डॉ. उदय को ढालने के बाद उनकी अगली चुनौती वरिष्ठ अभिनेता रजा मुराद को शाहूजी महाराज की किरदार में ढालने की है। जल्द ही रजा मुराद भिलाई आ रहे हैं और यहीं 'रमाईझ् फिल्म की शूटिंग करेंगे। इस फिल्म के लेखक निर्देशक कबीर दा,संगीतकार दिनेश अजुर्ना, बांसुरी वादक मिलिंद सेवरे, गायक दिनेश अजुर्ना,गायिका वैशाली माडे ('पिंगा ग पोरी पिंगाझ् फिल्म 'बाजीराव मस्तानीझ् फेम),संजीवनी भेलांडे ('चोरी चोरी जब नजरें मिलीझ् फिल्म 'करीबझ् फेम) सहित कई ख्यातिलब्ध हस्तियां शामिल है।
फिल्म के गीतों को कृष्णा रावत और गौतम शेंडे ने लिखा है। वहीं कृष्णा चौहान,राजकुमार रामटेके, प्रवीण वासनिक व शैलेंद्र भगत भी विशेष रूप से इस फिल्म से जुड़े हैं। असिस्टेंट डायरेक्टर अशोक देवलिया व सार्थक बोरकर है।