एचआईवी एवं एड्स के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
चंबा/हामिद
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चंबा द्वारा मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा के सभागार में जिले के विभिन्न स्वास्थ्य खण्डों में कार्य कर रहे हेल्थ केयर प्रोवाइडर के लिए एचआईवी/एड्स और अधिनियम के बारे में जागरूकता फैलाने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम सिंह ने की। प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों को एड्स कंट्रोल सोसाइटी के तहत किए जा रहे कार्य के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी साथ ही एच आई वी ऐक्ट 2017 की विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण में जिला चंबा के स्वस्थ्य पर्यवेक्षक और स्वस्थ्य कार्यकर्ता ने भाग लिया। जिला एड्स नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर हरित पुरी ने बताया कि एड्स एक बहुत ही जानलेवा लाइलाज बीमारी है और यदि इसका समय पर इलाज न करवाया जाए तो इससे असमय मौत निश्चित है। परंतु यदि व्यक्ति जागरूक है तो समय पर निदान करबा के एवं एआरटी थेरेपी के द्वारा इलाज करवा कर लम्बा सामान्य जीवन जी सकता है। इस मौके पर उन्होंने एचआईवी एड्स के लक्षणों, फैलने के कारणों, रोकथाम, बचाव एवं इलाज के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एचआईवी एड्स होने का मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध है इसके अलावा एचआईवी संक्रमित खून-स्वस्थ व्यक्ति को चढ़ाने से एक ही सिरिंज का इस्तेमाल करने से एवं संक्रमित मां से बच्चे को भी एचआईवी संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। इसके बचाव हेतु जरूरी है कि व्यक्ति नैतिकता पूर्ण जीवन जीते हुए असुरक्षित यौन संबंध से बचें एसाथ ही एक ही सिरींजेस का प्रयोग ना करें, खून चढ़ाते समय की जरूरी जांच करवा लें, साथ ही हर गर्भवती महिला गर्भावस्था के दौरान अपना एचआईवी टेस्ट जरूर करवाएं। ताकिमाँ से बच्चे को होने वाले एच आई वी संक्रमण से बचा जा सके।उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिभागियों से अपील की कि वे अपने संस्थान के युवा वर्ग को ज्यादा से ज्यादा एचआईवी एड्स के बारे में जागरूक करें।
ताकि ज्यादातर इस वर्ग में होने वाली इस बीमारी से बचाया जा सके। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित सदस्यों को आईसीटीसी सेंटर में एचआईवी की टेस्टिंग एवं रिपोर्टिंग कैसे की जाती है यह भी दिखाया गया साथ ही उन्हें ब्लड बैंक का दौरा करवा कर वहां भी जानकारी उपलब्ध करवाई है।