गुना हादसे पर CM मोहन यादव के एक्शन की विपक्ष भी कर रहा तारीफ,अफसरों पर एफआईआर करने की मांग
भोपाल
वैसे तो अक्सर आपने देखा होगा कि विपक्ष सत्ता पक्ष के कामों में खामियां निकालता रहता है. सत्ता पक्ष की तरफ से किया गया कोई काम विपक्ष को कहां रास आता है. लेकिन मध्यप्रदेश में नजारा कुछ बदला नजर आ रहा है. कांग्रेस को मात देकर बीजेपी एक बार फिर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हो गई है. लेकिन इस बार सत्ता पक्ष के मुख्यमंत्री की तारीफ के कसीदें तो विपक्ष भी पढ़ रहा है. दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का एक्शन विपक्षी पार्टी कांग्रेस को भी पसंद आ रहा है. तभी कांग्रेस के एक के बाद एक नेता मुख्यमंत्री की तारीफ किए जा रहे है.
‘मुख्यमंत्री द्वारा की गई कार्रवाई काबिल-ए- तारीफ’
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी केके मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि गुना हादसे में हुई 13 निर्दोषों की असामयिक मौतों पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही काबिल-ए- तारीफ है.हटाए-निलंबित किए गए जिम्मेदार अफसरों को आरोपित मान उनके नाम भी FIR में शुमार किए जाएं.
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मुख्यमंत्री मोहन यादव के एक्शन की तारीफ कर चुके है. उनकी तरफ से एक्स पर पोस्ट कर लिखा गया था कि धन्यवाद मुख्यमंत्री जी. आपने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को सबक सिखाया. उम्मीद है लापरवाही की ऐसी दुर्घटनाएं आगे नहीं होंगी.
एक साथ 13 लोग जले थे जिंदा
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के गुना में 27 दिसंबर की रात डंपर-बस के बीच खौफनाक टक्कर हुई. डंपर से भिड़ंत के बाद बस में आग लग गई थी, जिससे बस में सवार 13 लोग जिंदा जल गए थे. जबकि कई लोग आग की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गए थे. घटना के अगले दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुना पहुंच गए थे. गुना से लौटकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक्शन लेते हुए गुना कलेक्टर तरुण राठी और एसपी विजय कुमार खत्री के साथ ही परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा को हटा दिया. जबकि आरटीओ रवि बरेलिया और सीएमओ को संस्पेंड कर दिया था.