भिवानी: दिल्ली में महिला खिलाड़ियों से दुर्व्यहार के विरोध में उतरे संगठन
भिवानी: दिल्ली आंदोलनरत महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए महिलाओं किसानों को दिल्ली जाने से रोकने, उनके नेताओं को गिरफ्तार करने, महिला पहलवानों को जबरदस्ती उठाकर उन पर संगीन मुकदमें बनाने व उनका धरना स्थल उठवाने से गुस्साए किसानों, मजदूरों व महिलाओं ने संयुक्त रूप से सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से पहलवानों को न्याय देने के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया है.
इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश, कमल प्रधान व बिमला ने कहा कि 28 मई को हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब व दिल्ली से महिला पहलवानों के समर्थन में जाने वाले किसानों व महिलाओं को गिरफ्तार किया तथा दिल्ली में महिला खिलाडिय़ों के साथ बर्बरता की गई. जिसकी वे कड़ी निंदा करते हैं और लोकतंत्र कीहत्या करने वाली राज्य व केंद्र सरकार को आगाह करते हैं कि वह अपनी तानाशाही हरकतों से बाज आए अन्यथा भाजपा-जजपा के लोगों का बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे.
उन्होंने कहा कि नई लोकसभा भवन का उद्घाटन करते समय प्रधानमंत्री ने भारत के लोकतंत्र को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बताया, वहीं थोड़ी दूरी पर न्याय मांगने वाली धरनारत महिला खिलाडिय़ों को दिल्ली पुलिस द्वारा घसीट-घसीटकर बिना बात गिरफ्तार किया जा रहा था. यौन शोषण के आरोपी सांसद को नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह में बड़े सम्मान के साथ वीआईपी दीर्घा में बैठा रखा था, इससे देश की जनता का अपमान हुआ है. उन्होंने आरोपी सांसद व हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की और खिलाड़ी महिलाओं को न्याय देने, सभी खिलाडिय़ों पर झूठे मुकदमें वापिस लेने की मांग की.