दिल्ली

बीज उत्पादन विषय पर कार्यक्रम का किया आयोजन

टीम एक्शन इंडिया
पानीपत/कमाल हुसैन
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र, ऊझा, पानीपत के प्रांगण में राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड एवं कृषि विज्ञान केंद्र, ऊझा, पानीपत के संयुक्त तत्वाधान में बीज उत्पादन विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को बीज उत्पादन की आधुनिक एवं वैज्ञानिक खेती से अवगत कराना तथा विभिन्न फसलों जैसे गेहूं, धान, चना, सरसों, मूंग, उड़द, मक्का, ज्वार, बाजरा व सब्जियों इत्यादि के उत्तम बीजों के बारे में जानकारी देना था। इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर सतपाल सिंह ने बताया कि कैसे किसान भाई विभिन्न फसलों की उत्पादन की आधुनिक तकनीक एवं किस्मों का प्रयोग करके अधिक उत्पादन एवं अतिरिक्त आय ले सकते हैं।

उन्होंने बताया कि सरसों की किस्म आर. एच. 0725, आर. एच. 0749; मूंग की किस्में एम. एच. 421, एम. एच. 1314; धान की कम अवधि की किस्में जैसे पी बी 1509 ब पी आर 126 सीधी बिजाई के लिए; गेहूं की किस्में डीबीडब्लू 222 व डब्लू एच 1270 इत्यादि उत्पादन व गुणवत्ता के हिसाब से बहुत ही बढ़िया किस्में है। इसके अतिरिक्त उन्होंने किसानों को बीज उत्पादन से जुड़ी विभिन्न सस्य क्रियाओं व प्रक्रियाओं के बारे में भी बताया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय बीज लिमिटेड के वरिष्ठ उत्पादन अधिकारी डॉ राजेश गोठवाल ने भी अपने विचार सांझा किए, उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड उच्च गुणवत्ता युक्त प्रमाणित एवं हाइब्रिड बीज वाजित दमों पर किसानों को उपलब्ध कराती है। यह विभिन्न फसलों के बीज जैसे गेहूं, चना, सरसों, धान, उड़द, मूंग, अरहर; हरा चारा बीज (मक्का, अफ्रीकन टाल, ररॠ); ओट (जई); बरसीम; सब्जी बीज झ्र टमाटर, भिंडी, प्याज, करेला, मटर, गोभी इत्यादि को नवीनतम तकनीक से विकसित करती है जो कि किसानों को अधिक पैदावार व अधिक मुनाफा देती है।

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर मोहित सहल जी ने भी किसानों को उनकी खेती में बीज खरीद से लेकर बीज बिक्री तक के आर्थिक विश्लेषण करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया की अगर किसान अपने खेत के उत्पादन को सरकारी संस्थाओ की बीज उत्पादन प्रक्रिया से जोड़ते है तो वे मंडी बिक्री से भी अधिक लाभ कमा सकते है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड के अधिकारी डॉक्टर जितेंद्र, डॉक्टर अनिल कुमार, सीमा और मोहन सिंह ने भी अपने विचार समझा किए।

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप, डॉक्टर राजेश ने भी विभिन्न विषयों पर किसानों से चर्चा की। इस मौक पर राजेंद्र, विकास, नरेंद्र, शमशाद आदि भी मौजूद रहे।

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