नामवर अवतरण पर साहित्य महोत्सव का आयोजन
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: नारायणी साहित्य अकादमी के तत्वावधान में आयोजित, सुरभि स्टूडियो में अवतरण दिवस का साहित्यिक महोत्सव नामवर सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित रहा। अकादमी की दिल्ली शाखा के द्वारा किया गया कार्यक्रम सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक चलता रहा। आयोजन की मुख्य अतिथि रहीं वरिष्ठ साहित्यकार डा.सीमा कौशिक और आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार प्रेम प्रकाश डाबर ने की।
प्रथम सत्र में, वरिष्ठ साहित्यकार अरुण त्रिवेदी ने बहुत ही विस्तृत जानकारी देते हुए युवाओं को बताया कि हजारी प्रसाद द्विवेदी के विद्यार्थियों में नामवर जी सबसे प्रिय रहे। संदेश दिया कि कोई नामवर यूं ही नहीं बन जाता है आप भी अपनी कर्मठता एवं विद्वता से उस मंजिल तक पहुंच सकते हैं। डा.जनार्दन यादव ने कविता के नए प्रतिमान के संदर्भ में प्रकाश डालते हुए अपने वक्तव्य में उनके श्रेष्ठ सृजन की चर्चा की। मोहम्मद इलियास ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उर्दू और हिंदी के संदर्भ में बताया कि किस प्रकार से नामवर बाबूजी ने सभी भाषाओं के लिए उत्तम कार्य करते हुए भाषा विभाग की स्थापना जेएनयू में किया। वरिष्ठ पत्रकार डाबर जी ने बच्चों को हिदायत दी कि आप श्रेष्ठ रचना के संपर्क में रहिए और उन्हें एवं उनकी पुस्तकों को पढ़िए।
इस प्रकार से आप भी समाज के लिए शिक्षा प्रद लेखन करते हुए अपने संस्थापक के पद चिन्हों पर चल सकेंगे।
आयोजन में उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पा विसेन ने सभी वक्ताओं और रचनाकारों का सम्मान करते प्रथम सत्र को समापन की ओर अग्रसर करते हुए। सभी को दोपहर के भोजन के लिए आग्रह करते हुए। आधा घंटे का विराम दिया। द्वितीय सत्र का आरंभ भोजनोपरान्त हुआ, जो काव्यात्मक प्रस्तुति का बहुत ही सुंदर अवसर रहा।
मां आदिशक्ति श्री भवानी ब्रह्म प्रिये नारायणी की स्तुति से हुआ। पूनम वागड़िया ने वंदना से शुरूआत किया।उसके बाद तो बहुत ही सुंदर और श्रेष्ठ संचालक साहिल संन्यासी के संचालन में लगभग पचास कवि कवयित्रियों ने अपना-अपना काव्य पाठ किया। जिसमें युवा कवि तरुन, माही मुंतजिर, ललित जोशी, कपिल मिश्रा, राघव,एवं वरिष्ठ कवियों में मदन,अंजू, राजबाला,मधु, आदि ने बहुत ही सुंदर रचनाओं से सभी का मन मोह लिया। सभी को नामवर सिंह का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। कविता पाठ के बाद अकादमी के राष्ट्रीय समन्वयक प्रदीप मिश्र अजनबी और दिल्ली की अध्यक्ष माही मुंतजिर ने सभी रचनाकारों को पौधा और प्रमाण पत्र एवं कलम दे कर सम्मानित किया।