गुरू दत्त शर्मा की किताब डोगरी बुझारतां का हुआ विमोचन

कठुआ। एक्शन इंडिया न्यूज़
सबरस साहित्य संगम कठुआ द्वारा कला, साहित्य व भाषा अकादमी जम्मू कश्मीर के सहयोग से महान कवि मनसा राम चंचल की याद में संस्था की वार्षिक बेला पर गुड़ा मुंडियां के परशुराम मन्दिर के प्रांगण में एक बहुभाषीय मुशायरे का आयोजन किया गया जिसमें कठुआ, साम्बा व जम्मू से गणमान्य कवियों ने भाग लिया। इस अवसर पर पदमश्री प्रो. शिव निर्मोही मुख्यातिथि, प्रो. राम मूर्ति शर्मा व पंजाब के भूतपूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सबरस साहित्य संगम के वार्षिक उत्सव के अवसर पर आयोजित इस कवि गोष्ठी का मुख्य आकर्षण प्रख्यात साहित्यकार सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य गुरू दत्त शर्मा की किताब "डोगरी बुझारतां" तथा मंगलदास डोगरा की किताब डुग्गर तरंगिनी का विमोचन किया। गुरूदत्त शर्मा द्वारा रचित डोगरी बुझारतां डोगरी पहेलियों का एक समूह है जो डोगरी साहित्य के इतिहास में जुड़ती हुई एक स्वर्णिम कड़ी है। इस अवसर पर अपनी रचनाओं से उपस्थिति को हर्षित करने वाले कवियों में कुमारी अनुराधा, सुनीता कुमारी, सरोज बाला, धर्मवीर, गोपाल शर्मा फिरोजपुरी, लेखराज शर्मा, डा. गुरू प्रसाद शर्मा, विजय शर्मा, शाम खजूरिया, खजूर सिंह, तिलक राज सुम्बड़िया, संतोष धीमान, नीलम कुमारी, रोहित शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे
। इस दौरान विजय शर्मा ने चिर परिचित अंदाज में लोगों को हंसाया व डा. गुरू ने मोहब्बत व दोस्ती पर अपनी रचना सुनाई। वहीं कार्यक्रम के इस सफल आयोजन में परशुराम मन्दिर के प्रधान मदन लाल तूफान का व उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर हीरानगर ब्राह्मण सभा प्रधान रिशिकेश शर्मा, कठुआ ब्राह्मण सभा प्रधान रजनीकान्त शर्मा, संस्था के पैट्रन गंधर्व सिंह काटल ने अपना बहुमूल्य समय निकालकर अपनी उपस्थिति दर्ज की व कवियों की रचनाओं का आनन्द लिया ।