अन्तर्राष्ट्रीय

यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड के उपाध्यक्षध पद के लिए पाकिस्तान ने भारत को हराया

नई दिल्ली.

संयुक्त राष्ट्र के मंचों पर भारत और पाकिस्तान के बीच अकसर तीखी  बहस देखने को मिलती है। एक तरफ पाकिस्तान कश्मीर के मामले को लेकर दुनिया के कुछ देशों का साथ पाने के लिए झूठ बोलता रहता है तो दूसरी तरफ भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाक को बेनकाब करने की कोशिश में रहता है। भारत यूएन में अपनी कूटनीति के जरिए पाकिस्तान को मात देता रहता है। हालांकि शुक्रवार को हुए एक चुनाव में पाकिस्तान बाजी मार ले गया। यूनेस्को के कार्यकारी बोर्ड के उपाध्यक्षध पद के लिए हुए चुनाव में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की है। बता दें कि यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र का ही शिक्षा, कला, संस्कृति और विरासत के मामलों का संगठन है। यह संगठन विश्व शांति के लिए भी काम करता है। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि यूनेस्की की लिस्ट में शामिल शारदा पीठ मंदिर को ढहाने वाले पाकिस्तान को वैश्कि संस्था का उपाध्यक्ष बनाया गया है।

शुक्रवार को हुई वोटिंग में पाकिस्तान को 38 वोट तो वहीं भारत को मात्र 18 वोट मिले। अब पाकिस्तान दो साल के लिए यूनेस्को का उपाध्यक्ष होगा। बता दें कि यूनेस्की की कार्यकारी बोर्ड में 58 सदस्य हैं। फ्रांस की राजधानी पैरिस में इसकी बैठक  हुई थी। पाकिस्तान इस जीत को लेकर काफी उत्साहित है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने  बयान जारी करके सहयोग के लिए सभी देशों का शुक्रिया अदा किया। हालांकि पाकिस्तान की जीत से भारत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। बिना सदस्यों की राय के पाकिस्तान किसी भी विरासत को लिस्ट में बढ़ा या घटा नहीं सकता है। पाकिस्तान ने जीत के बाद कहा है कि वह अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तत्परता के साथ निभाएगा। बता दें कि पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों और प्राचीन स्थानों, इमारतों पर अकसर हमला किया जाता है। पाकिस्तान की सरकार का भी इसको समर्थन मिलता है। पाक के सिंध प्रांत में हिंगलाज माता के मंदिर को कोर्ट के कथित आदेश के बाद गिरा दिया गया। इस तरह यूनेस्को में शामिल मंदिर को भी गिराने से पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है।  रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि एलओसी के पास शारदा पीठ के मंदिर को भी ढहाया गया है। यह यूनेस्को की सूची में शामिल था।

मीठी शहर में स्थित हिंगलाज मंदिर को कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त किया गया। वहीं शारदा पीठ को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आदेश भी दिया गया था। लेकिन रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि मंदिर के पास ही कॉफी हाउस का निर्माण हो गया है जिसका उद्घाटन भी होने वाला है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के मंदिरों के अलावा उनपर अत्याचार किया जा रहा है। अपहरण, टारगेट किलिंग, जमीनों का अतिक्रमण आम हो गया है।

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