
भारत-इंग्लैंड मैच में पाकिस्तानी अंपायर: लाहौर में आतंकी हमले से बचे थे बाल-बाल
मैनचेस्टर
भारतीय टीम ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर इंग्लैंड का सामना कर रही है। 5 मैचों की सीरीज का यह चौथा मुकाबला है। बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। इस मैच में पूरा अंपायर पैनल बदल गया है। मैदानी अंपायर की भूमिका में रोड टकर के साथ अहसान रजा हैं। वहीं थर्ड अंपायर की जिम्मेदारी श्रीलंका के कुमार धर्मसेना निभा रहे हैं। वहीं जेफ क्रो मैच रेफरी की भूमिका में हैं।
भारत के मैच में पाकिस्तानी अंपायर
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं। पहलगाम में आंतकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भारत और पाकिस्तान का मैच रद्द कर दिया गया। सोशल मीडिया पर विरोध की वजह से मैच नहीं खेला गया। अब भारत और इंग्लैंड के मैच में पाकिस्तानी अंपायर मैदान पर अंपायरिंग कर रहा है। रोड टकर ऑस्ट्रेलिया तो एहसान रजा पाकिस्तान के हैं।
कौन हैं अहसान रजा?
आईसीसी एलीट पैनल में अहसान रजा का नाम शामिल है। 2023 में उन्हें इस पैनल में जगह मिली थी। 51 साल के अहसान रजा ने पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेट खेले चुके हैं। उन्होंने 21 फर्स्ट क्लास और 4 लिस्ट ए मैच खेले। यह टेस्ट मैच में अंपायर के रूप में उनका 35वां मुकाबला है। इस दौरान 22 बार वह मैदान पर रहे जबकि 13 बार टीवी अंपायर की भूमिका निभाई। इसके अलावा 83 वनडे और 111 टी20 इंटरनेशनल में अंपायरिंग कर चुके हैं। उन्होंने 34 महिला इंटरनेशनल मैचों में भी अंपायरिंग की जिम्मेदारी संभाली है।
आतंकी हमले में लगी थी गोल
3 मार्च 2009 को लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए हमले में अहसान रजा घायल हो गए। उन्हें दो गोलियां लगीं और वे लाहौर के एक अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती थे। वह 2010 से इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायरिंग कर रहे हैं। अहसान टी20 इंटरनेशनल में 50 मुकाबलों में मैदानी अंपायर की भूमिका निभाने वाले पहले ऑफिशियल हैं। रजा 2023 विश्व कप और 2024 टी20 विश्व कप में भी अंपायर की भूमिका में थे।