पुलिस की कार्रवाई के बाद एक्शन में पीडीए, तीन मुकदमों में वांछित जैनब के मकान पर चलेगा बुलडोजर
लखनऊ
अशरफ की हत्या के पहले पुलिस उसके घर पर कई बार कुर्की कर चुकी है। अशरफ की मौत के बाद भी अब उसके घर पर कुर्की की कार्रवाई हुई लेकिन इस बार उसकी फरार पत्नी जैनब के कारण कोर्ट से अनुमति मिली थी। अशरफ की पत्नी जैनब उमेश पाल हत्याकांड समेत तीन मुकदमों में वांछित है। खास बात यह है कि जिस मकान में रविवार को पुलिस ने कुर्की की, वह मकान वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी हड़पकर पर बनाया गया है। इस अवैध मकान पर जल्द ही पीडीए का बुलडोजर चल सकता है। इसकी तैयारी चल रही है।
पहला केस उमेश पाल हत्याकांड
24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दोनों सुरक्षाकर्मियों की गोली और बम मारकर हत्या की गई थी। इस सनसनीखेज वारदात में अतीक और अशरफ तो नामजद थे। अशरफ की पत्नी जैनब का नाम पुलिस ने विवेचना के दौरान प्रकाश में लाया। जैनब पर आरोप है कि वह हत्याकांड की साजिश में शामिल रही और शूटरों को पनाह दी। उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाई। इसी केस में फरार जैनब पर कुर्की की कार्रवाई हुई है।
दूसरा केस-कोर्ट के आदेश का अवहेलना
धूमनगंज पुलिस ने जैनब समेत छह आरोपियों के घर पर कोर्ट के आदेश पर धारा 82 के तहत मुनादी की कार्रवाई की थी। सभी के मकान पर नोटिस चस्पा किया और लिखा था कि एक महीने के अंदर कोर्ट में सरेंडर कर दें लेकिन जैनब समेत छह आरोपियों में किसी ने सरेंडर नहीं किया। पुलिस ने कोर्ट के आदेश का अवहेलना करने के आरोप में धारा 174-ए के तहत सभी के खिलाफ धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया।
तीसरा केस- वक्फ बोर्ड की 50 करोड़ की प्रॉपर्टी हड़पना
सल्लाहपुर में स्थित सुन्नी वक्फ बोर्ड की 50 करोड़ की प्रॉपर्टी हड़पने के मामले में केयर टेकर माबूद ने मुतवल्ली मो. असियम, उसकी पत्नी जिन्नत, अशरफ की पत्नी जैनब, उसका साला सद्दाम व जैद, सिवली प्रधान और तारिक के खिलाफ पूरामुफ्ती थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इसी वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अशरफ ने अपना मकान बनवाया है जिसमें रविवार को पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई है।