दिव्यांग बच्चो के लिए हर संभव प्रयास के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रतिज्ञा ली
टीम एक्शन इंडिया/राई
रामेश्वर सेवा संस्था द्वारा संचालित रेनू विद्या मंदिर में विश्व डाउन सिन्गड्रोम डे का आयोजन किया गया। संस्था के चेयरमैन एवं संस्थापक नानक चंद गुप्ता ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने दिव्यांग बच्चो के लिए हर संभव प्रयास के लिए सदैव तत्पर रहने के लिए प्रतिज्ञा ली। संस्था के उप निदेशक बिजेंद्र कुमार ने बताया की डाउन सिंड्रोम एक जेनेटिक डिसआॅर्डर होता है, जो बच्चों को जन्म से ही प्रभावित करता है और पूरी जिंदगी उन्हें किसी न किसी अक्षमता के साथ जूझना पड़ता है। डिसआॅर्डर से जूझने वाले लोगों को अन्य सभी की तरह सम्मान और अधिकार नहीं मिल पाते। उन्होंने कहा कि डाउन सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है,जिसमें बच्चा मानसिक और शारीरिक विकारों से झूझता है। डाउन सिंड्रोम में बच्चा अपने 21वें गुणसूत्र की एक्स्ट्रा कॉपी के साथ पैदा होता है।
यह एक जेनेटिक डिसॉर्डर (आनुवांशिक विकार) भी है. यह बच्चे के शारीरिक विकास में देरी का कारण बनता है। रेनू विद्या मंदिर का उद्देश्य ही दिव्यांग बच्चो को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है। संस्था के प्रधानाचार्य डा. रतेश सिंह ने ऐसे बच्चो को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रेरित किया।