पीएम मोदी ने देश को 41 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी, 550 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश को 41 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दो हजार रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया है। इसमें 500 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास शामिल है। पीएम मोदी ने कहा कि जिस स्केल और स्पीड से अब काम हो रहा है, वह हैरत मेंडालने वालाहै। बता दें कि पीएम मोदी ने 300 से ज्यादा जिलों में 550 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज का यह प्रोग्राम भारत के काम करने का तरीका दिखाता है। अब भारत बहुत स्पीड से काम करता है। अब भारत बड़े सपने देखता है और उन्हें जल्द ही पूरा भी कर लेता है। पीएम मोदी ने तीसरी बार के कार्यकाल के लिए भी भरोसा जताते हुए कहा कि आज जिन प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया जा रहा है उनका उद्घाटन करने का मौका भी उन्हें मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि सरकार का तीसरा कार्यकाल जून में शुरू होने वाला है। पीएम मोदी ने अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 553 रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकास की शुरुआत की है।
पीएम मोदी ने कहा, लोगों ने देखा है कि कैसे पिछले 10 सालों में न्यू इंडिया बना है। रेलवे में बड़ा परिवर्तन हुआ है। अब ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशनों की सफाई हो या फिर सुविधाएं, सबका विकास बहुत तेजी से हुआ है। पीएम मोदी ने यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए कहा,पहले जनता के पैसे की लूट होती थी लेकिन आज एक-एक पैसा विकास पर खर्च हो रहा है। भारतीय रेल लंबे समय तक राजनीति कि शिकार रही है। लेकिन अब रेलवे पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने कहा, जिन रेलवे स्टेशनो को रेनोवेट किया जा रहा है, वे स्थानीय सभ्यता और कला को विस्तार देते हैं। पीएम मोदी ने आज 1500 से ज्यादा रोड, ओवरप्रिज, अंडरपास की परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया है। इसमें यूपी में 252, महाराष्ट्र में 175, तमिलनाडु में 115, प्रोजेक्ट शामिल हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में पीएम मोदी ने रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया है। इस रेलवे स्टेशन को 377.47 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकसित किया गया है।
मप्र के 33 रेलवे स्टेशनों का चयन
उल्लेखनीय है कि देश के 544 रेलवे स्टेशन पुनर्विकास के लिए चुने गए हैं। इसमें मध्य प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास भी शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश में रेल अधोसंरचना के विकास के अंतर्गत वर्तमान वर्ष में 15 हजार 143 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है। प्रदेश में 77 हजार 800 करोड़ से अधिक की 32 परियोजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं। मध्य प्रदेश के जिन 33 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास के लिए शिलान्यास हुआ है, उनमें जबलपुर और भोपाल रेल मंडल के पांच-पांच स्टेशन शामिल हैं।
पुनर्विकास के लिए चयनित स्टेशनों में सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, सांची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवां, नरसिंहपुर, पिपरिया, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खंडवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं। आरओबी में जबलपुर रेल मंडल के दो और भोपाल रेल मंडल के चार आरओबी शामिल हैं। अंडरपास के अंतर्गत जबलपुर में एक एवं भोपाल मंडल में दो स्थानों पर कार्य होंगे।