वर्तमान में करीब 1550 सेंटर में 2 लाख स्टूडेंट्स कर रहे पढ़ाई
भोपाल
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय (एमसीयू) अपने स्टडी सेंटरों के दायरे को बढ़ाने जा रहा है। एमसीयू ऐसे सेंटरों को एक्सीलेंस सेंटरों के रूप में स्थापित करेगा। उक्त सेंटरों के लिए अलग से मापदंड तय किए जाएंगे, इसके साथ ही इनमें विशेष सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसकी शुरुआत करने की लिए नियमावली तैयार की जा रही है। वर्तमान में एमसीयू के सूबे में करीब 1550 सेंटर संचालित हो रहे हैं, जिसमें करीब पौने दो लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
ये मापदंड होंगे निर्धारित
कोरोनाकाल का प्रभाव प्रदेश में कई प्रतिष्ठान, स्कूल और कॉलेजों में पर पड़ा है। इसके चलते कई संस्थान और एमसीयू के सेंटर बंद हो गए हैं। एमसीयू द्वारा ऐसे कुछ अपने स्टडी सेंटरों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित करेगा। इसके अलावा लंबे समय से चल रहे सेंटर को एक्सीलेंस सेंटर बनाने ंके लिये मापदंड तैयार कर रहा है। विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाअंों के साथ अन्य कोर्स को अध्ययन करने का मौका मिलेगा। वहीं सेंटर बंद होने के कारण उक्त स्थान के विद्यार्थियों को एमसीयू की डिग्री और डिप्लोमा लेने के लिए सफर नहीं करना पडा रहा है। उन्हें दूसरे स्थान पर स्थापित करने के साथ नये सेंटरों को स्थापित करने के लिए एमसीयू में गाइडलाइन तैयार की जा रही है। गाइडलाइन में उन स्थानों को चिंहित किया जा रहा है, जहां स्टडी सेंटर ही मौजूद नहीं हैं। यहां कुछ रियायत भी दी जाएगी। इसमें आदवासी और पिछडेÞ क्षेत्रों पर फोकस किया जाएगा।ं
बंद हुए थे 200 सेंटर
तीन साल पहले तत्कालीन कुलपति दीपक तिवारी ने अपने कार्यकाल में प्रदेश के सभी सेंटरों का जमीनी स्तर पर निरीक्षण कराया था। इसमें काफी फर्जीवाडा होने के कारण करीब 200 सेंटरों को बंद किया गया था। निरीक्षण रिपोर्ट में बताया गया था कि सेंटर सिर्फ एक कमरे में चल ही रहे हैं। यहां तक कुछ मैरिज गार्डन और गैरिज तक में संचालित हो रहे थे।
प्रदेश में गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए एमसीयू कार्यरत है। एक्सीलेंस सेंटर के रूप में स्थापित करने के लिऐ मापदंड तैयार किए जा रहे हैं। नये सत्र से नये सेंटरों पर प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी।
प्रो. केजी सुरेश कुलपति, एमसीयू