हिमाचल प्रदेश

2023-24 के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 3 हजार 139 करोड़ के बजट का प्रावधान

टीम एक्शन इंडिया/कुल्लू/श्याम कुल्वी
प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से वर्ष 2023-24 के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 3 हजार 139 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। प्रदेश सरकार के इन कदमों से चिकित्सा क्षेत्र मे व्यवस्था परिवर्तन साफ दिख रहा है। कुल्लू जिला भी व्यवस्था परिवर्तन से अछूता नही है जिले में प्रदेश सरकार के गठन के उपरांत स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करने के लिए सरकार द्वारा अनेक पग उठाए गए हैं। जिले के चिकित्सा संस्थानों में रिक्त पड़े चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ के पद भरे जा रहे हैं। जिला के सबसे बड़े अस्पताल क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में चिकित्सकों के सभी पर पद भरे जा चुके हैं इसके अलावा अस्पताल आने वाले रोगियों को अस्पताल मे ही अल्ट्रासाउंड तथा अन्य टेस्ट सुविधाएं प्रदान की जा रही।चिकित्सको के पद भरे जाने व अल्ट्रासाउंड सुविधा आरंभ होने से अब अस्पताल मे ही जटिल आॅपरेशन किये जा रहे हैं जिस के लिए पहले नेरचोक मेडिकल कॉलेज, आईजीएमसी शिमला या पीजीआई चंडीगढ़ जाना पड़ता था। परन्तु अब सभी उपचार सुभिधा अस्पताल में ही उपलब्ध करवाई जा रही है।गत दिनों एक जटिल मामला क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू आया। बिजली विभाग के 55 वर्षीय अधिशासी अभियंता वीरेंद्र शर्मा गत दिनों एक पेड़ के आचानक गिरने से घायल हो गए थे। इस दौरान उनकी बायं बाजू की दोनों हड्डियों सहित कलाई की हड्डी भी टूट गई। चिकित्सको द्वारा उन्हें प्राथमिक उपचार के उपरांत आॅपरेशन करने का निर्णय लिया गया। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक बधन व उनकी टीम ने 5 घंटे की कड़ी मशकत के बाद आॅपरेशन करने मे सफलता पाई।सीएमओ कुल्लू डॉ नागराज पवार ने बताया कि एनेस्थीसिया और आथोर्पेडिक्स दोनों दृष्टिकोण से यह एक उच्च जोखिम वाली सर्जरी थी आॅपरेटिंग टीम में डॉ अभिषेक बधन (आॅथोर्पेडिक्स सर्जन), डॉ. निशिता (एनेस्थेटिस्ट), ओटी-निर्मला और प्रकाश, स्टाफ नर्स-उषा और नीलम शामिल थे पांच घंटो तक चली इस सर्जरी के बाद अब मरीजअब पूरी तरह स्वस्थ है ।और चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पंवार ने बताया कि अक्सर फ्रैक्चर वाली ऐसी सर्जरी आमतौर पर मेडिकल कॉलेज में की जाती हैं ।चिकित्सको का यह प्रयास सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर के अथक प्रयासों से आरएच कुल्लू में चिकित्सकों के सभी पद भरे गए हैं और अन्य सुविधाएं विकसित की गई हैं इसी की बदौलत अब क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में नियमित रूप से ऐसे जटिल आॅपरेशन संभव हो सके। उल्लेखनीय है कि सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में नि:शुल्क एसस्तीएव अनुदान दरों पर मिलने वाली दवाओं की दुकानों को अस्पताल के मुख्य द्वार पर स्थापित किया गया। ताकि मरी को अस्पताल परिसर में ही सभी दवाइयां उपलब्ध हो सके।

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