
पंजाब-हिमाचल यात्रा अब हुई आसान: जानें नए परिवहन अपडेट
श्री आनंदपुर साहिब
पंजाब से हिमाचल जाने वाले लोगों का सफर आसान होगा । दरअसल, पंजाब के शिक्षा, सूचना और जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा है कि पंजाब-हिमाचल सीमा के साथ लगते नीम-पहाड़ी क्षेत्र चंगर के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए पंजाब सरकार अब इस इलाके की तस्वीर बदलने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।
मंत्री बैंस ने बताया कि 80 करोड़ रुपये की लिफ्ट सिंचाई योजना का काम युद्ध स्तर पर जारी है। इसके साथ ही 8 करोड़ रुपये की लागत से नया जल ट्रीटमेंट और स्टोरेज प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके जरिए चंगर वासियों को शुद्ध पीने का पानी मुहैया कराया जाएगा। अपने सोशल मीडिया संदेश में बैंस ने चंगर निवासियों को आश्वासन दिया कि उनके भरोसे को पूरी तरह कायम रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि तारापुर से समलाह तक 11 किलोमीटर लंबी और 18 फुट चौड़ी सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक आसान पहुंच बनेगी।
हरजोत बैंस ने बताया कि लंबे समय से किसानों को खेतों में पानी की कमी की समस्या झेलनी पड़ रही थी। इसे दूर करने के लिए पंजाब सरकार ने यह लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिससे अब हर खेत तक नहरी पानी पहुंच रहा है। उन्होंने आगे कहा कि “अब हम यही पानी ट्रीट करके लोगों को पीने योग्य बनाएंगे।” इसके लिए 8 करोड़ रुपये की लागत से नया वाटर ट्रीटमेंट और स्टोरेज सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिससे पहाड़ी इलाके के हर घर तक साफ़ और सुरक्षित पानी पहुंचेगा।
बैंस ने बताया कि तारापुर-समलाह मार्ग का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं मस्सेवाल-समलाह 11 किलोमीटर सड़क के लिए टेंडर हो चुका है और दीवाली व विश्वकर्मा दिवस के बाद काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा कोटला-समलाह रोड को भी 18 फुट चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब से चंगर तक, कीरतपुर साहिब-बिलासपुर रोड और कोटला रूट से समलाह तक जाने वाली सभी सड़कों को एक समान चौड़ा और मज़बूत बनाया जा रहा है। हरजोत बैंस ने यह भी बताया कि चंगर के पहाड़पुर में “गुज्जर भवन” का निर्माण किया जाएगा, जो क्षेत्र की संस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। इसके लिए फंड जारी हो चुका है और जल्द ही नींव पत्थर रखा जाएगा।