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पंजाब नेशनल बैंक में दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश, रिटायर्ड फौजी निकला लुटेरा

इंदौर

इंदौर के पंजाब नेशनल बैंक में दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश हो गया है। लुटेरा एक रिटायर्ड फौजी निकला, जिसे आर्मी ने शराबखोरी और स्वास्थ्य कारणों से निकाल दिया था। बाद में वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा। पंजाब नेशनल बैंक में उसने बैंक कर्मचारियों और ग्राहकों को गोली मारकर डराया और ₹6.64 लाख लूटकर फरार हो गया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी सिक्योरिटी गार्ड अरूण सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। अरूण सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा का रहने वाला है और वर्तमान में इंदौर के हीरानगर इलाके में किराए पर रहता था। हालांकि पुलिस ने अभी तक उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की। लूट की बाकी जानकारियां पुलिस ने प्रेस कान्फ्रेंस करके दे दी हैं।

पत्नी बच्चों को नहीं थी जानकारी
अरूण सिंह ने बैंक कर्मी से मिलकर लूट की योजना बनाई थी। लूट के बाद, अरूण सिंह ने बाइक से भागने के लिए निरंजनपुर रोड का इस्तेमाल किया था। लूट के करीब छह घंटे बाद अलग अलग टीमों को फुटेज ओर कॉल डिटेल के लिए लगाया गया था। जिसमें अरूण के बैंक से बाइक से निकलने के बाद पुलिस ने कई रास्तों के फुटेज तलाशे। इसमें वह निरंजनपुर होते हुए पीछे के रास्ते हीरानगर इलाके में घुसा। यहां से वह श्याम नगर घर तक पहुंचा है। यहां पत्नी ओर बच्चों को वारदात को लेकर जानकारी नहीं थी। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो पत्नी को ग्रीन कलर की बाइक ओर नकाब ओर रेनकोट पहने फुटेज दिखाए। उसने पति अरूण के होने की पुष्टी की है।

लूट के पैसे से पत्नी को टीवी दिया और भाग गया
बुधवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने बताया कि बैंक लूटने वाले गार्ड का नाम अरुण कुमार सिंह है। वह रिटायर फौजी है। 1999 से 2006 तक सेना में रह चुका है। शराबखोरी और स्वास्थ्य के कारणों से अरुण को सेना से बाहर कर दिया था। इसके बाद अरुण सिंह सिक्योरिटी गार्ड बन गया। वह बैंक ऑफ इंडिया की पलासिया ब्रांच पर भी नौकरी कर चुका है। इसी वजह से उसे बैंक की गतिविधियों के बारे में जानकारी थी। आरोपी वारदात वाले पंजाब नेशनल बैंक के पास ही डेढ़ साल से गोल्ड माइन ज्वेलर्स पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की। वहां उसे पता था कि बैंक में कोई गार्ड नहीं है। उसके बाद उसने रैकी शुरू कर दी थी। पुलिस के मुताबिक बैंक लूटने के बाद आरोपी ने सबसे पहले कर्ज के पैसे चुकाए। इसी पैसे से अरुण सिंह की पत्नी ने लोटस शोरूम से 50 हजार रुपए की टीवी खरीदी और फिर फरार हो गया था।

1172 सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए
पुलिस टीम ने मिलकर करीब 1172 सीसीटीवी कैमरे चैक किए। इसके बाद पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त की। सीसीटीवी फुटेज देखते देखते पुलिस बापट चौराहे तक पहुंची उसके बाद फिर एमआर 10 पकड़कर गौरी नगर, दीनदयाल उपाध्याय नगर, लवकुश आवास विहार, अभिनंदन नगर, गौरीनगर से वीणा नगर, वीणा नगर से श्याम नगर तक पहुंची। इस दौरान सुबह करीब 4.30 बजे पुलिस को एक घर के आगे बाइक खड़ी हुई मिल गई। यह मकान सिक्योरिटी गार्ड अरुण सिंह का निकला। पुलिस ने तत्काल घर का दरवाजा खुलवाया। यहां अरुण सिंह की पत्नी प्रीति बाहर आई। उसने बताया कि पति मंगलवार शाम 5 बजे घर आए थे। इसके बाद वे रात में कहीं चले गए। मुझे एक बैग दे गए हैं। तलाश लेने पर बैग घर में ही मिल गया। इस पर पीएनबी की स्लिप लगी थी। बैग से तीन लाख रुपए भी बरामद किए गए।

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