राहुल गांधी ने महारानी कॉलेज की छात्राओं से बातचीत का वीडियो किया शेयर, नाम दिया ‘नारी शक्ति’…इन सवालों के बेबाकी से दिए जवाब
जयपुर. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी हाल ही में 23 सितंबर को जयपुर के महारानी कॉलेज पहुंचे थे, जहां उन्होंने छात्राओं से विभिन्न विषयों पर बात की थी. इस दौरान उन्होंने अपनी लाइफ स्टाइल से जुड़े सवालों के भी जवाब दिए और सभा में मौजूद छात्राओं से सवाल भी किए थे. मंगलवार को राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इस पूरे सेशन का वीडियो शेयर किया. इस दौरान वो छात्राओं के साथ रैपिड फायर क्वेश्चंस के एक सेशन में सवाल-जवाब करते दिखाई दे रहें हैं. उन्होंने छात्राओं से तमाम स्किल पर भी चर्चा की थी.
सेशन के बाद राहुल गांधी ने कॉलेज की छात्रा मीमांसा की स्कूटी पर पीछे बैठकर महारानी कॉलेज से मानसरोवर तक करीब 11 किलोमीटर का सफर भी किया. राहुल गांधी की ये तस्वीरें चर्चा का विषय भी बनी. उन्होंने ‘महारानी कॉलेज की नारी शक्ति’ नाम से छात्राओं के साथ किए गए संवाद को अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया है, जिसको लोग तेजी से आगे शेयर कर रहे हैं.
‘समस्या सिस्टम में है’ : बता दें कि 13 मिनट 5 सेकंड के इस वीडियो की शुरुआत महारानी कॉलेज की छात्राओं की ओर से बनाई गई रंगोली से दिखाई गई. कॉलेज की लाइब्रेरी में राहुल गांधी छात्राओं से इंस्ट्रक्शन करते नजर आए. उन्होंने छात्राओं से पूछा कि ग्रेजुएशन के बाद वो क्या करना चाहती हैं, इस पर छात्राओं ने अपना जवाब दिया कि जो परिजन चाहते हैं, वो करना है. छात्राओं ने बताया कि परिजनों की मानसिकता में बच्चों का करियर सरकारी नौकरी होता है. छात्राओं ने बताया कि स्कूल में भी जब साइंस सुनते हैं, तो डॉक्टर और इंजीनियर सजेस्ट किया जाता है, एस्ट्रोनॉट नहीं. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि असल में ऑप्शन नहीं बताए जाते और केवल तीन से चार ऑप्शन दिए जाते हैं, और जो उन तीन-चार ऑप्शन को नहीं कर पाए, वो अपसेट हो जाते हैं. ऐसे में समस्या सिस्टम में है.
कम्युनिकेशन स्किल पर की चर्चा : सेशन के दौरान राहुल गांधी ने छात्राओं से जरूरी स्किल पर भी चर्चा की. छात्राओं ने राहुल गांधी के सवाल पर जरूरी स्किल कम्युनिकेशन और कॉफिंडेस को बताया. इस पर एक छात्रा ने इसे डिफाइन करते हुए अल्बर्ट आइंस्टीन के कथन को दोहराया कि ‘यदि मैं खुद को कोई बात नहीं समझा पा रहा हूं, तो मैं दूसरे को भी वो बात नहीं समझा सकता’. इस पर राहुल गांधी ने भी छात्राओं को कम्युनिकेशन स्किल पर अपना नजरिया बताया. इस दौरान राहुल गांधी ने छात्राओं से एजुकेशन सिस्टम पर भी बात की. उन्होंने कहा कि ऐसा जरूरी नहीं है कि जो यूनिवर्सिटी में फर्स्ट आ रहा है, वो लाइफ में भी फर्स्ट आएगा. लाइफ में फर्स्ट आने के लिए कम्युनिकेशन स्किल, लोगों को समझाने की स्किल, हंब्लनेस जैसी स्किल जरूरी है.
राहुल गांधी वीडियो में बताते दिखाई दिए कि यदि वो एक दिन के प्रधानमंत्री बनते हैं तो वो प्रोडक्शन इकॉनोमी पर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि बीते 5 साल में चीन से इंपोर्ट बढ़ा है, जबकि वो चाहते हैं कि चीन के लोग मेड इन इंडिया, मेड इन जयपुर प्रोडक्ट इस्तेमाल करें. कास्ट सेंसस के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि असल में ओबीसी, एसटी, एससी, आदिवासी पावर स्ट्रक्चर में इंवॉल्वड ही नहीं है. ऐसे में कास्ट सेंसस एक एक्स रे की तरह है. जो इंटरनल स्टेटस बता सकता है और फिर उसके हिसाब से उनके लिए काम किया जा सकता है.
‘नेता नहीं होता तो टीचर होता’ : वीडियो में एक छात्रा ने राहुल गांधी से पूछा कि पॉलिटिशियन नहीं होते तो वो क्या होते ?. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि वो टीचर होते, युवाओं को पढ़ाते, कुक भी हो सकते थे. वहीं, एक छात्रा ने ये तक पूछ लिया कि आपने शादी क्यों नहीं की. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि वो अपने काम में और कांग्रेस पार्टी में उलझ गए हैं. राहुल गांधी ने इस दौरान उनके फेवरेट ट्रैवल डेस्टिनेशन और फूड के बारे में भी पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा कि उनकी फेवरेट ट्रैवल डेस्टिनेशन वो है जहां वो अब तक गए नहीं. इसलिए वो हमेशा नई जगह देखते रहते हैं. जहां तक खाने की बात है तो करेला, मटर और पालक उन्हें पसंद नहीं.
छात्राओं के साथ वार्ता के आखिर में राहुल गांधी ने छात्राओं को फंडामेंटल कॉन्सेप्ट लर्न करने की नसीहत दी. जिसमें पैसा कैसे काम करता है, इस पर चर्चा की व गलतियों से सीखने की बात कही. इस दौरान राहुल गांधी ने छात्राओं के साथ सामूहिक चित्र व सेल्फी भी क्लिक कराया. वीडियो के आखिर में छात्रा के साथ वे स्कूटी पर सवार होकर रवाना होते हुए दिखाई दिए. साथ ही उन्होंने राजस्थान में चल रही काली बाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना का भी जिक्र किया.