राहुल ने भाजपा पर निशाना साधा, युवाओं का एकलव्य जैसा अंगूठा काट रही BJP, बेरहमी से कुचल रही आवाज
नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की परीक्षा से जुड़े विवाद को लेकर आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी देश के युवाओं का भविष्य मिटा रही है। राहुल ने यह दावा भी किया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने छात्रों के भरोसे को तोड़ने के साथ ही लोकतांत्रिक प्रणाली का गला घोंटा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, 'भाजपा भारत के युवाओं का बिल्कुल एकलव्य जैसा अंगूठा काट रही है, उनका भविष्य मिटा रही है।' उन्होंने दावा किया कि सरकारी भर्ती में विफलता बड़ा अन्याय है।
राहुल गांधी ने कहा, 'पहले तो भर्ती नहीं निकलती। भर्ती निकल जाए तो परीक्षा समय पर नहीं होती। परीक्षा हो तो पेपर लीक करवा दिए जाते हैं। जब युवा न्याय मांगते हैं तब उनकी आवाज को बेरहमी से कुचला जाता है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश और बिहार की घटनाओं के बाद अब मध्यप्रदेश में एमपीपीएससी में हुई गड़बड़ी का विरोध कर रहे 2 छात्रों को जेल में डाल दिया गया है। वो भी तब जब मुख्यमंत्री ने खुद छात्रों से मुलाकात कर उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने छात्रों के भरोसे को तोड़ा है और लोकतांत्रिक प्रणाली का गला घोंटा है।
'अधिकार की लड़ाई में हम छात्रों के साथ'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'छात्रों के अधिकार की लड़ाई में हम उनके साथ हैं। भाजपा को किसी कीमत पर देश के युवाओं के हक की आवाज दबाने नहीं देंगे।' मध्य प्रदेश में आंदोलन करने वाले अभ्यर्थियों का दावा है कि एमपीपीएससी के 700 पदों की भर्ती निकालने के वादे के विपरीत केवल 158 पदों के लिए अधिसूचना जारी की गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पिछले दिनों लोक सेवा परीक्षाओं में धांधली का आरोप भी लगाया था। एमपीपीएससी उनके आरोपों को खारिज कर चुकी है। वहीं, बिहार लोक सेवा आयोग की 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षा को रद्द करने की मांग हो रही है। इसे लेकर जन स्वराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का गांधी मैदान में आमरण अनशन जारी है। शुक्रवार को पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने अपने समर्थकों के साथ पटना सचिवालय हाल्ट पर रेल पटरियों पर धरना दिया।