पाकिस्तान में भी बारिश ने मचाया तांडव
इस्लामाबाद: भारत के पडोसी देश पाकिस्तान में इस समय हाहाकार मच गया है वहां पर बारिश ने अपना रोद्र रूप दिखाया है ताजा खबर आ रही है कि तेज बारिश और खराब मौसम के चलते अब तक 86 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 151 लोग घायल हैं। इनमें से 6 लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई है। मरने वालों में 16 महिलाएं और 37 बच्चे शामिल है। मौसम संबंधी आपदा के बीच 97 घर भी ढह चुके हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने संबंधित विभागों को लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। न्यूज वेबसाइट डॉन के अनुसार भारत की तरफ से आ रहे पानी के बहाव के चलते पाकिस्तान में सतुलज नदी का जलस्तर 16 फीट बढ़ चुका है।
पाकिस्तान के डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने 75% तक बाढ़ आने की संभावना जताई है। इसके चलते मौसम की मूवमेंट को ट्रैक करने के लिए 17 सैटेलाइट और 36 वॉर्निंग सिस्टम पर नजर रखी जा रही है। NDMA के चेयरमैन ने बताया है अगर पाकिस्तान में पिछले साल की तरह बाढ़ ने कहर बरपाया तो देश की अर्थव्यवस्था के हालात और बदतर हो सकते हैं। पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं। पंजाब में 52, जबकि खैबर पख्तूनख्वा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है।
पाकिस्तान के डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने पंजाब के फिरोजपुर से सोमवार को 3 बजकर 47 मिनट पर 65,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है। जो पाकिस्तान के कसूर जिले में 19 घंटे के भीतर पहुंच जाएगा। NDMA ने रावी, चिनाब और सतलुज में बाढ़ जैसे हालात बनने की जानकारी दी है।
इस बीच लोगों के बचाव के लिए मोटर बोट तैनात की गई है। साथ ही इलाके में कई रिलीफ कैंप भी लगाए गए हैं। इलाके के असिस्टेंट कमिश्नर के मुताबिक नदी किनारे के इलाकों से लोगों को 24 घंटे के भीतर निकालने की तैयारी है। डॉन के मुताबिक भारत ने पिछले साल 1,72,000 क्यूसेक पानी छोड़ा था। इस बार भारत अब तक 1,82,000 क्यूसेक पानी छोड़ चुका है।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि 2022 में आई बाढ़ ने आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को घुटनों के बल ला दिया था। हालात, ये हो गए थे कि बाढ़ के असर से निपटने के लिए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को UN चीफ से मदद मांगनी पड़ी थी। UN ने अपने अनुमान में बताया था कि बाढ़ से आई भयानक तबाही से निपटने के लिए पाकिस्तान को साल 2023 में 4 लाख करोड़ रुपए की मदद चाहिए होगी, जिसके लिए वो पूरी तरह से दूसरे देशों से मिलने वाली मदद पर निर्भर करेगा। माना जाता है कि पाकिस्तान को बाढ़ की वजह से 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ।