
राजेन्द्र नगर कोचिंग सेंटर घटना: करावल नगर जिला कांग्रेस कमेटी ने निकाला कैंडल मार्च
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में बारिश के पानी में 3 छात्रों के डूब जाने के बाद दिल्ली में सियासी पारा गरम चल रहा है। जहां भाजपा आम आदमी पार्टी को घेरने में लगी है वहीं कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा के सातों सांसदों को निशाने पर लेकर छात्रों के न्याय के लिए कमर कसती नजर आ रही है। जिसके चलते दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजेंद्र नगर में कैंडल मार्च निकाला और आज कांग्रेस ने पूरी राजधानी में जगह-जगह हाथों में कैंडल लेकर न्याय मार्च निकाला और जान गंवाने वाले मासूम छात्रों को न्याय दिलाने में अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। करावल नगर कांग्रेस जिलाध्यक्ष आदेश भारद्वाज के नेतृत्व में भी बुराड़ी मेन चौक और अली मेंहदी के नेतृत्व में मुस्तफाबाद विधान सभा सहित दो जगह हाथों में कैंडल लेकर न्याय मार्च निकाला।
इस मार्च में ना सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बल्कि सिविल सोसाइटीज से जुड़े लोगों और आम जनता ने भी छात्रों को श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन रखकर कैंडल मार्च में हिस्सा लिया। आदेश भारद्वाज ने दिवंगत छात्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि कॉलेज के बाद उच्च सेवा से जुड़ने के बीच जो उम्र बच्चों के जीवन का अहम टर्निंग पॉइंट होती है उसी पड़ाव पर किसी भी परिवार के बच्चों का यूं साथ छोड़ जाना.. उन मां बाप की मनोस्थिति बयां नहीं की जा सकती। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि इस सबके लिए जो जिम्मेदार है उसकी जिम्मेदारी कब तय होगी।
क्योंकि ड्रेनेज नालों की जिम्मेदारी मंत्री आतिशी, शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, मेयर शैली ओबेरॉय और इन सभी के विभाग कब तक चुप्पी साधे रहेंगे। बारिश से पहले जल जमाव ना होने की गारंटी देने वाली दिल्ली सरकार क्यों इस घटना पर अपनी जिम्मेदारी नहीं कबूल करती? पिछले 11 वर्षों से दिल्ली में बैठे भाजपा के सांसद क्यों अपनी भूमिका का वहन नहीं कर रहे? पिछले डेढ़ महीने से भारी जल जमाव और करंट से हादसे दर हादसे हो रहे हैं और सरकार चुपचाप मौतों का तमाशा देख रही है।
आदेश भारद्वाज ने इन मौतों को हत्या बताते हुए कहा कि यह मौतें सरकार द्वारा की गई हत्या है। इनको हादसा तो कतई नहीं कहा जा सकती क्योंकि हर बार जल जमाव होने पर सरकार ने जल जमाव की पुनरावृति ना होने का वादा किया लेकिन हर बार पहले से ज्यादा माल और जान का नुकसान हुआ। हम केंद्र और दिल्ली सरकार से पीड़ित परिवारों के लिए एक करोड़ मुआवजा दिया जाए व साथ-साथ इस हादसे की जांच के लिए हम उच्चस्तरीय जांच कमेटी की मांग करते है और पुरजोर तरीके से यह मांग भी करते हैं कि इन मौतों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री, शहरी विकास मंत्री को अपना-अपना इस्तीफा देना चाहिए।
इस मौके पर बुराड़ी कैंडल मार्च में एडवोकेट हर्ष चौधरी, डॉ पी के मिश्रा, आॅब्जर्वर व ब्लॉक प्रेसिडेंट खेमचंद सैनी, रवींद्र त्यागी, सुरजीत सिंह, अशोक चौधरी, चंदन चौबे , सुरेंदर कोच, देवेंद्र कुमार, उमा शर्मा, गौरव शर्मा, मनोज कुमार फादर सुखबीर सिंह कपूर सिंह सिसोदिया, कलीचरण पवार चेयरमैन परवीन भाड़ना, राज ठाकुर, मितलेश कुमार, संजय भारद्वाज, आदित्य भारद्वाज, मुकेश शर्मा, दिवंशु, ननवा राम प्रधान पी, एस रावत बलजीत शर्मा, बीर सिंह नैटपाल अध्यक्ष, कैलाश प्रधान प्रजापति, डॉक्टर वी आर चौधरी, अंकित प्रधान, सबदल खान, आर पी झा, प्रदीप शर्मा, देवेंदर शर्मा, घमंडीलाल, विजय नारायण तिवारी, रुक्साना बेगम और मुस्तफाबाद में हसन अहमद, पूर्व विधायक लक्ष्मण रावत आॅब्जर्वर अली मेहंदी खूसनूद, जावेद चौधरी निगम पार्षद फकीर चंद , ताराभाई, राज कुमार शर्मा विद्यार्थी, तारा भाई, राम बिलास शर्मा, शहजाद के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।