राणा तालाब को विकसित कर तीर्थ का स्वरूप देंगे: डॉ. वीरेंद्र
टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। जुंडला का राणा तालाब पराक्रमी योद्धा राणा हरि राय की स्मृति संजोये हुए है। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण इसे नए सिरे से सजाने संवारने का कार्य प्रारंभ कर रहा है। ग्राम पंचायत और ग्रामोदय न्यास ने इस सरोवर को विस्मृत इतिहास के पन्नों से जोड़ते हुए यहां कई सौ साल पहले इस गांव को बसाने वाले राणा हरि राय की प्रतिमा स्थापित करने का संकल्प लिया है।
इसी क्रम में पंचायत के अनुरोध पर तालाब प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभाकर वर्मा और हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह ने आज विभागीय अधिकारियों के साथ सरोवर का मौक़े पर पहुंचकर मुआयना किया। जुंडला पहुंचने पर ग्रामोदय न्यास के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र सिंह और सरपंच प्रतिनिधि सतीश नरवाल ने तालाब प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रभाकर वर्मा और उनके दल का स्वागत किया।
इंजीनियर प्रभाकर वर्मा ने बताया कि तालाब प्राधिकरण द्वारा इस सरोवर को विकसित करने की कार्य योजना तैयार की जा चुकी है। विभागीय स्वीकृति के बाद ही इस पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रेवेन्यू रिकॉर्ड के मुताबिक किसी जमाने में यह तालाब 34 एकड़ से अधिक का था, जिसके अधिकांश हिस्सों पर फिलहाल कब्जा है। उन्होंने कहा कि तालाब प्राधिकरण राज्य के जोहड़ों और तालाबों के पुनर्जीवन के लिए निरंतर काम कर रहा है।
डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि तालाब के बीचों-बीच स्थित टापू पर राणा हरि राय की प्रतिमा ग्राम पंचायत के सहयोग से स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। उसके बाद इस तालाब का सौंदर्यीकरण कर इसे एक तीर्थ की भांति विकसित किया जाएगा। सरपंच प्रतिनिधि सतीश नरवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और इन तालाबों के बचाव के लिए उनकी ग्राम पंचायत सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।
उन्होने मौके का मुआयना करने पंहुची तालाब प्राधिकरण की टीम को राणा हरि राय द्वारा गांवों को बसाए जाने से सम्बंधी प्रचलित कथा का विवरण दिया। इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता परमिंदर सैनी उनके संबंधित उप मंडल अभियंताओं और कनिष्ठ अभियंताओं के साथ पंचायत सदस्य कुलदीप गहलोत, सुरेश, जगदीश शर्मा, धर्मपाल, श्याम सुंदर आदि मौजूद रहे।