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अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बयानबाजी शिखर पर पहुंचने लगी, भारतवंशी नेता का दावा- डरते हैं रूसी राष्ट्रपति
वाशिंगटन
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बयानबाजी शिखर पर पहुंचने लगी हैं। हाल ही में रिपबल्किन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें जनता का भारी समर्थन मिल सकता है। इस बीच चुनाव को लेकर बयानबाजी अलग ही स्तर पर पहुंच गई है। भारतवंशी नेता और रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली ने ट्रंप की तारीफ में जमकर शेखी बघारी। उन्होंने अजीबोगरीब दावे में कहा कि पुतिन ट्रंप से डरते हैं और यही वजह है कि उनके राष्ट्रपति रहते पुतिन एकदम शांत रहे। जबकि बाइडेन के सत्ता में आते ही पुतिन के मन से डर निकल गया और उन्होंने यूक्रेन पर हमला बोल दिया।
भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने दावा किया कि ट्रंप ने खुद को साबित किया है कि वो एक "मजबूत राष्ट्रपति" हैं और इसी खूबी के चलते वो ट्रंप को अपना समर्थन दे रही हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान रूस ने कोई आक्रमण या युद्ध नहीं करने का फैसला किया। रिपब्लिकन पार्टी द्वारा ट्रंप को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के कुछ घंटों बाद निक्की हेली ने ट्रंप की तारीफ में जमकर शेखी बघारी है। उन्होंने ट्रंप को एक कठोर नेता बताया और दावा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान हर ओर शांति ही शांति थी।
ओबामा और बाइडेन काल में रूस के हमले
रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में हेली ने कहा, "जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे, व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया पर आक्रमण किया था। जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद पुतिन ने पूरे यूक्रेन पर आक्रमण किया। लेकिन जब डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बने, तो पुतिन ने कुछ नहीं किया। कोई आक्रमण नहीं, कोई युद्ध नहीं।" बता दें कि बराक ओबामा और बाइडेन दोनों डेमोक्रेट पार्टी के नेता हैं।
बेहद सख्त हैं ट्रंप, इसलिए डरते हैं पुतिन
हेली ने आगे कहा कि जब रिपब्लिकन सत्ता में थे तो पुतिन ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया क्योंकि उन्हें पता था कि ट्रम्प सख्त हैं औ इसीलिए वे ट्रंप से डरते हैं। उन्होंने कहा, "पुतिन ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया क्योंकि वह जानते थे कि डोनाल्ड ट्रम्प सख्त हैं। एक मजबूत राष्ट्रपति युद्ध शुरू नहीं करता, बल्कि एक मजबूत राष्ट्रपति युद्धों को रोकता है।" उन्होंने ट्रंप के कार्यकाल की विदेश नीतियों की भी प्रशंसा की और उन पर हत्या के प्रयास के बाद एकता का आह्वान किया। उन्होंने सम्मेलन में कहा, "इस समय, हमारे पास अपने मतभेदों को दूर करने और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करने का मौका है जो हमें एकजुट करती हैं और हमारे देश को मजबूत बनाती हैं।" बता दें कि बीते रविवार को ट्रम्प पर जानलेवा हमला हुआ था। 20 साल के हमलावर ने उन पर गोली चलाई जो उनके दाहिने कान को फाड़ते हुए आर-पार कर गई थी। इस हमले में रैली में खड़े एक शख्स की मौत हो गई थी।