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अम्बोया में गिरी स्कूल की दीवार, हो सकता था बड़ा हादसा, पंचायत ने स्कूल प्रशासन पर लगाए आरोप

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में आज एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जब सुबह-सवेरे अचानक एक सरकारी स्कूल की दीवार गिर गई. दीवार गिरने की खबर सुनकर गांव के लोग भी दहशत में आ गए, क्योंकि अगर ये दीवार सुबह की बजाए बच्चों की स्कूल टाइम पर गिरी होती तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था. बता दें कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला अम्बोया में दर्जनों छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं.

30 मई को सीएम को भेजा था शिकायत पत्र: मिली जानकारी के अनुसार राजकीय प्राथमिक पाठशाला अम्बोया की बिल्डिंग की हालत पहले ही जर्जर हो चुकी थी. इस बिल्डिंग को देखते हुए हमेशा किसी न किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती थी. इसको लेकर अम्बोया पंचायत की प्रधान की ओर से पहले ही 30 मई को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को पत्र भेजा था कि जल्द ही स्कूल बिल्डिंग की मरम्मत करवाई जाए या फिर इसको तोड़कर इसकी जगह पर नया भवन बनवा जाए, ताकि यहां पर पढ़ने आ रहे बच्चों के साथ किसी भी तरह की कोई अनहोनी ना हो. वहीं अम्बोया पंचायत द्वारा स्कूल प्रशासन पर बिल्डिंग की जर्जर हालत को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया गया है.

सुबह करीब 5 बजे हुआ हादसा: इस बारे में स्थानीय पंचायत प्रधान सुनीता शर्मा ने बताया कि यह हादसा आज सुबह करीब 5:00 बजे हुआ है. हालांकि गनीमत रही कि इस दौरान स्कूल बिल्डिंग के आसपास कोई भी मौजूद नहीं था. वहीं, सुबह तड़के यह हादसा हुआ, जिसके चलते स्कूली बच्चे भी अभी यहां नहीं थे, वरना कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पंचायत ने पहले ही विभाग और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भेजा था, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया और आज एक बड़ा हादसा होते-होते बचा है.

‘स्कूल प्रशासन ने उच्च अधिकारियों को दी थी शिकायत’: वहीं, स्कूल हेडमास्टर ममता ने बताया कि इस बारे में स्कूल प्रशासन द्वारा इसी महीने उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया गया था. इससे पहले भी स्कूल के जो हेडमास्टर थे, उन्होंने भी स्कूल बिल्डिंग की जर्जर हालत को लेकर शिकायत की थी, लेकिन अभी तक विभाग की ओर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं और न ही नया भवन बनाने को लेकर कोई नोटिफिकेशन आई है. उन्होंने कहा कि स्कूल के कमरों की हालत को देखते हुए, छात्रों को अन्य कमरों में पढ़ाया जा रहा है, जिनकी हालत अपेक्षाकृत बेहतर है.

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