लाकडाउन के चलते भारी नुकसान का सामना कर रहे छोटे चाय किसान
जोरहाट । एएनएन (Action News Network)
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते देश में 21 दिवसीय लॉकडाउन जारी है। माना जा रहा है कि हालात अगर नहीं सुधरे तो लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाई भी जा रही है। ऐसे में राज्य के छोटे चाय किसानों की हालत बेहद खराब हो रही है। किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। वर्तमा
न समय में चाय की पत्तियों की चुनाई का समय है, लेकिन चाय की फैक्ट्रियां बंद होने के चलते किसान चाय की पत्तियों को तोड़ नहीं पा रहे हैं। जिसके चलते पत्तियां खराब हो रही हैं। किसानों को मजबूरी में चाय की पत्तियों को काटकर फेंकना पड़ रहा है।
जोरहाट जिला के टियक इलाके में काफी संख्या में छोटे चाय किसान हैं, जो अपनी चाय की पत्तियों को काटकर फेंकने को मजबूर हैं। वहीं चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों को बिना काम के मजदूरी देने की भी एक समस्या उत्पन्न हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस मामले में सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जाता है तो छोटे चाय किसानों की हालत बेहद खराब हो जाएगी। उनके सामने भूखों मरने की नौबत उत्पन्न हो जाएगी।