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हिमाचल में बर्फबारी, फिर दस्तक देगा पश्चिमी विक्षोभ, IMD का अलर्ट

नईदिल्ली

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों हल्की बर्फबारी देखी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, 16 दिसंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी इलाकों पर दस्तक देगा। इससे एकबार फिर मौसम में बड़ा उलटफेर देखा जाएगा। इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी देखी जा सकती है।

स्थानीय मौसम केंद्र के मुताबिक, किन्नौर जिले के कल्पा में 0.2 सेमी और सांगला में 0.1 सेमी बर्फबारी हुई। 16 दिसंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ, हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। राज्य भर में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं दिखा। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण सूबे के मौसम में उलटफेर देखा जा सकता है। 

रीनगर में अधिकतम तापमान पिछले दिन दर्ज किए गए सामान्य तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस से 0.4 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। 
पहलगाम में पिछली रात -4.7°C के मुकाबले न्यूनतम तापमान -1.5°C दर्ज किया गया। दक्षिण कश्मीर पर्यटक स्थल के लिए यह सामान्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस अधिक था।

श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड में पिछली रात के -3.4 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कोकेरनाग में एक दिन पहले दर्ज किए गए 2.4 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान में एक डिग्री का सुधार हुआ और यह एक दिन पहले -3.6 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले -3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट में तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
कुपवाड़ा में पारा -2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात -4.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम कार्यालय ने कहा कि सीमांत उत्तरी कश्मीर जिले के लिए यह सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम था।

बता दें कि राजस्थान के धोरों में अब हाड़ कंपकंपाने वाली सर्दी का दौर चल रहा है. वहीं किसानों को मावठ का इंतजार है.खेतों में चने सरसों और गेहूं की फसलें प्यासी खड़ी हैं.फसलों का कद बारिश हो तो बढ़े. मौसम विभाग की माने 16 दिसंबर से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है.कयास लगाए जा रहे हैं कि इस वजह से मावठ की बारिश हो जाए.

इस वजह से उत्तर भारत के साथ राजस्थान के कई इलाकों में सर्दी और तेज हो सकती है. हालांकि कुछ दिन तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है और मावठ होने की संभावना कम है.

 

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