अनुसूचित वर्ग के छात्र-छात्राओं के खेलकूद, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक विकास योजनाएँ
भोपाल
अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के खेलकूद, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक विकास के लिये क्रीड़ा प्रतियोगिता, राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को पुरस्कार और राष्ट्रीय राज्य स्तर के खिलाड़ियों को खेलकूद उपकरण क्रय करने के लिये आर्थिक सहायता दी जाती है।
अनुसूचित जाति की आवासीय संस्थाओं जूनियर, सीनियर के छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट शैक्षणिक, शारीरिक तथा बौद्धिक विकास के लिये राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। इसके अंतर्गत पृथक-पृथक क्रीड़ा, सांस्कृतिक, बौद्धिक और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। जिला स्तर की प्रतियोगिता में अधिकतम 100 छात्र-छात्राएँ सम्मिलित होते हैं।
राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को पुरस्कार
योजनांतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के प्रतिभावान राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को सम्मानित एवं पुरस्कृत करने के लिये व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता को राशि 21 हजार रुपये, रजत पदक विजेता को 15 हजार रुपये एवं काँस्य पदक विजेता को 11 हजार रुपये पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। इसी प्रकार राष्ट्रीय स्तर की सामूहिक प्रतिस्पर्धाओं में स्वर्ण पदक विजेता को 10 हजार रुपये, रजत पदक विजेता को 7 हजार रुपये, काँस्य पदक विजेता को 5 हजार रुपये पुरस्कार राशि का प्रावधान है। राष्ट्रीय स्तर की व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धाओं में केवल भाग लेने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप 4 हजार रुपये देने का प्रावधान है।
राष्ट्रीय/राज्य स्तर के खिलाड़ियों को खेल उपकरण के लिये आर्थिक सहायता
अनुसूचित जाति वर्ग के राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्तिगत स्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को खेल उपकरणों के क्रय के लिये आर्थिक सहायता स्वरूप 12 हजार रुपये एवं सामूहिक प्रतिस्पर्धा में 8 हजार रुपये की राशि दी जाती है। प्रतिस्पर्धा के लिये चयनित छात्रों को प्रतिवर्ष 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुरस्कृत किया जाता है। इसी प्रकार राज्य स्तर पर भाग लेने वाले प्रतिस्पर्धा के लिये खेल उपकरणों के क्रय के लिये सहायता स्वरूप व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 7 हजार रुपये और सामूहिक प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 5 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है।