राज्य शिक्षा केंद्र संचालक ने दिए प्रोग्राम के अधिक से अधिक उपयोग के निर्देश
भोपाल
मध्यप्रदेश के स्कूली बच्चों को होमलर्निंग देने अब राज्य सरकार स्वयंसिद्धि डिजिटल होम लर्निंग प्रोग्राम का सहारा लेगी। इसमें स्वयंसिद्धि चैट बॉट और स्विफ्ट चैट एप के जरिए मैथ्स प्रेक्क्टिस, वर्ड हंट, स्पेलिंग और वीडियो लाइब्रेरी जैसे प्रोग्राम उपलब्ध रहेंगे।
राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस ने प्रदेश के सभी जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र को पत्र लिखकर स्वयंसिद्धि होम लर्निंग प्रोग्राम में जिला, ब्लाक, क्लस्टर और शाला स्तर पर अधिकारियों की भूमिका और उत्तरदायित्व तय करते हुए इस प्रोग्राम का अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश दिए है।
स्वयंसिद्धि चैटबॉट में राज्य स्तर से अभ्यास प्रश्नों को प्रति सप्ताह छात्रों के अभ्यास हेतु साझा किया जाएगा इसके साथ ही राष्टÑीय उपलब्धि सर्वे के अभ्यास प्रश्नों को भी साझा किया जाएगा। स्वयं सिद्धि होम लर्निंग कार्यक्रम में छात्रों को शाला में सीखी गई दक्षताओें पर प्रश्नों का अभ्यास करने के लिए एक डिजिटल मंच प्रदान किया जाएगा ताकि छात्रों का अभ्यास सतत चलता रहे। यह अभ्यास चैटबॉट साप्ताहिक मूल्यांकन को सुचारु एवं सुव्यवस्थित करता है, हल किए गए प्रश्नों के सही उत्तरों को बताएगा और प्रश्नों से मैप की हुई सामग्री प्रदान करेगा।
स्विफ्ट चैट एप पर उपलब्ध स्वयं सिद्धि चैटबॉट में प्रति सप्ताह प्रत्येक कक्षा के लिए लर्निंग आउटकम आधारित अभ्यास प्रश्न लाइव किए जाएंगे। छात्र अपनी समग्र आईडी के माध्यम से चैटबॉट पर खुद को पंजीकृत कर सकते है और संबंधित कक्षा के अभ्यास प्रश्नों तक पहुंच सकते है। चैटबॉट पर साप्ताहिक प्रश्न एक सप्ताह शनिवार से शुक्रवार तक लाइव रहते है। छात्र इन बहुविकल्पीय प्रश्नों की प्रश्नोत्तरी को हल करते है जो प्रश्न छात्रों द्वारा गलत हल किए जाते है उनके आदर्श उत्तर प्रदाय किए जाते है।
एआई आधारित चैटबॉट
स्वयं सिद्धि बॉट एक एआई आधारित चैटबॉट है जोकि स्विफ्टचैट एप पर उपलब्ध है। यह बॉट प्रदेश के कक्षा एक से बारह तक के विद्यार्थियों के लिए साप्ताहिक अभ्यास प्रश्न भेजता है। जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक एवं डाईट प्राचार्य आॅनलाईन अथवा आॅफलाईन जिले और ब्लॉक के सभी अधिकारियों के साथ स्वयं सिद्धि चैटबॉट का उद्देश्य और उनकी जिम्मेदारियों को समझने इस माह के द्वितीय सप्ताह तक एक बैठक करेंगे। इसमें प्रत्येक जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक प्रत्येक ब्लाक के लिए एक अधिकारी को स्वयंसिद्धि चैटबॉट का नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे।