हिमाचल प्रदेश यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट का राज्यस्तरीय अधिवेशन संपन्न
टीम एक्शन इंडिया/ परवाणू/ विमल ग्रोवर
देवभूमि के प्रवेशद्वार हिमाचल प्रदेश यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट का राज्यस्तरीय दो दिवसी, अधिवेशन का समापन्न हुआ जिसमे नॅशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के राष्ट्रीयअध्यक्ष रास बिहारी बतोर मुख्यवक्ता व कसोली विधान सभा क्षेत्र के विधायक विनोद सुल्तानपूरी मुख्यातिथि के रूप मे अपनी उपस्थिति दर्ज कारवाई। विशिष्ट अतिथि के तौर पर हिमाचल प्रदेश दवा निमार्ता उद्योग संघ के चेयरमैन सतीश सिंघल व लघु उद्योग संघ के प्रदेश संयोजक विचित्र सिंह पटियाल, नगर परिषद उपाध्यक्ष लखविंद्र सिंह व समाजसेवी ठाकुर दास शर्मा ने शिरकत की व समाजसेवी वरीन्द्र शर्मा भी उपस्थित थे। अपने संबोधन में नेशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने संगठन के इतिहास पर रोशनी डाली और कहा कि यह भारत का सबसे बड़ा संगठन है जो कि पत्रकारों के हितों के लिए लड़ता है। उन्होंने विधायक विनोद सुल्तानपुरी को बताया कि हमारे प्रयासों से भारत के अधिकांश राज्यों में पत्रकारों के लिए पेंशन का प्रावधान है पर हिमाचल मे इसका कोई प्रावधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को सामाजिक सुरक्षा वस्वास्थ्य बीमा की चिंता राज्य सरकारों को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 1966 में प्रेस काउंसिल आफ इंडिया का गठन किया गया था लेकिन तब के बाद देश व युग बदला लेकिन बहुत सुधार जो होने थे परंतु नहीं हुए। मीडिया व चैनलों की विश्वसनीयता में कमी आई जो कि चिंताजनक है। उन्होंने मिथ्य समाचारों पर चिंता जताईए व पत्रकारों को परिभाषित करने पर भी बात कि व उन्होंने कहा पत्रकारों कि परिभाषा क्या है, उनका निशाना अवैध तरीके से कुकरमुत्ते कि तरह फेल रहे पत्रकारिता के व्यवसाय कि तरफ था! उन्होंने जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट को समय की मांग बताया व केंद्र सरकार मीडिया काउंसिल का गठन करना चाहिए। मिथ्य समाचारों पर लगाम लगनी चाहिए और पत्रकार रजिस्टर बनना चाहिए। रास बिहारी ने कहा अगर देश में कोई गलत न्यूज फैलाता है तो उस पर हम सबसे पहले कार्यवाही की मांग करते हैं। प्रदेशअध्यक्ष रणेश राणा एनयूजे अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित विधायक को राज्य की पत्रकारों की मांगों से अवगत कराया और कहा कि सामाजिक सुरक्षा व पेंशन कि मांग हिमाचल की सरकारें अनदेखा करती रही है। इस दिशा में सरकार को पत्रकार कल्याण बोर्ड का गठन करना चाहिए उनकी समस्याओं का हल चरणबद्ध तरीके से करना चाहिए।