
सुजीत कलकल ने रचा इतिहास, पॉलीक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल कुश्ती में जीता स्वर्ण
बुडापेस्ट (हंगरी)
भारतीय पहलवान सुजीत कल्कल ने हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित पोल्याक इमरे एंड वर्गा जानोस मेमोरियल 2025 कुश्ती टूर्नामेंट में पुरुषों की 65 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। फाइनल में सुजीत ने अजरबैजान के चार बार के यूरोपीय पदक विजेता अली रहीमजादे को 5-1 से मात दी। यह जीत इस साल किसी भी रैंकिंग सीरीज़ इवेंट में भारत का पहला स्वर्ण पदक है। इससे पहले भारत के पहलवान जॉर्डन के अम्मान और मंगोलिया में हुए टूर्नामेंट में पदक नहीं जीत सके थे।
फाइनल मुकाबला
पहले पीरियड में सुजीत ने एक एक्टिविटी पॉइंट गंवाया, लेकिन दूसरे पीरियड में उन्होंने आक्रामक खेल दिखाते हुए लगातार दो टेकडाउन किए। इसके बाद एक और एक्टिविटी पॉइंट हासिल कर उन्होंने 5-1 से शानदार जीत दर्ज की।
फाइनल तक का सफर
सुजीत का फाइनल तक का सफर बेहद दमदार रहा। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में पेरिस 2024 ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता इस्लाम डुडाएव (अल्बानिया) को 11-0 से हराया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूरोपीय रजत पदक विजेता खमज़ात अर्सामर्ज़ोएव (फ्रांस) को पछाड़ा, जबकि सेमीफाइनल में उन्होंने आर्मेनिया के वाज़गेन तेवान्यान को 6-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
57 किग्रा में भारत को कांस्य
पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल में भारत के राहुल ने जर्मनी के निक्लास स्टेचले को 4-0 से हराकर कांस्य पदक जीता। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने कोरिया गणराज्य के किम सुंग-ग्वोन को 5-3 से हराया था। हालांकि सेमीफाइनल में वह अमेरिका के ल्यूक जोसेफ लिलेडल से कड़े मुकाबले में 7-6 से हार गए।
अन्य भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन
भारत के उदित (61 किग्रा) और विकी (97 किग्रा) को रिपेचेज राउंड में हार का सामना करना पड़ा।यह टूर्नामेंट साल का चौथा और अंतिम रैंकिंग सीरीज़ इवेंट है। यहां मिलने वाले रैंकिंग पॉइंट्स सितंबर में क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में होने वाली विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए सीडिंग में मदद करेंगे। भारत ने बुडापेस्ट में चल रहे इस टूर्नामेंट में पुरुषों और महिलाओं की फ्रीस्टाइल तथा ग्रीको-रोमन स्पर्धाओं में पहलवान उतारे हैं। प्रतियोगिता का समापन रविवार को होगा।