दिल्ली देहात के साथ शासन-प्रशासन ने किया सौतेला व्यवहार, जवाब दें सरकार: थान सिंह यादव
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: दिल्ली पंचायत संघ ने नारायणा गांव पंचायत प्रमुखों के साथ गांव की मांगों व समस्याओ को लेकर पंचायत कर गांव का दौरा किया। इस मौके पर पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव, पंचायत प्रमुख नारायणा गांव आदित्य तंवर, राजीव वर्मा, वीरेंद्र, परमीत तंवर ओर देवेंद्र तंवर मुख्य तौर पर रहे। आपको बतादें कि नारायणा गांव की अपनी एक अलग ही पहचान रही है, जहां नामी ग्रामी ठाकुर भगवाना पहलवान रहें है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालातों का जवाबदेही संबंधित शासन-प्रशासन है।
मूलभुत सुविधाओं से त्रस्त है लोग: पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा की नारायणा गांव की पंचायत प्रमुखों के साथ मुख्य समस्याओं पर बातचीत हुई। जिसमें नारायणा गांव में ड्रेनेज समस्या व अधिकांश गलियों में सीवर ओवरफ्लो रहता है, ड्रेनेज सिस्टम 30 साल से अधिक पुराना है, जिसे पूरी तरह बदलने की जरूरत है।
जीर्णोद्धार की बाट जोह रहे है जोहड: वहीं दूसरी ओर पीने के पानी की समस्या आधे से ज्यादा गांव में है। अधिकांश जगह खारा पानी आता है, किसी-किसी गली में टीडीएस 1900 से भी अधिक है। गांव के 5 जोहड़ में से 4 अतिक्रमण का शिकार हो गए, एक जोहड़ सरकार द्वारा दरकिनार किया हुआ है। पिछले काफी वर्षो से गांव वाले तालाब के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे है। लेकिन सरकार के कानो पर जूं नहीं रेंगती।
प्रस्तावित अस्पताल कागजÞों में रह गये सिमटकर: आदित्य तंवर ने कहा की नारायणा गांव के लिए 2013 से दिल्ली सरकार का अस्पताल प्रस्तावित है, पर आज तक कागजों में ही है। दिल्ली नगर निगम का मातृ एवं शिशु केंद्र है। जिसकी इमारत की हालत जर्जर हो चुकी है और न ही किसी तरह की कोई सुविधा है। गांव वाले काफी समय से इसको दोबारा बनाए जाने की मांग कर रहें हैं।
पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव व देवेंद्र तंवर ने कहा की गांव की समस्याओ से संबंधित शासन प्रशासन अगर 15 दिन में गांव के पंचायत प्रमुखों से संपर्क नहीं करता है। तो उसके बाद गांव नारायणा में महापंचायत बुलाई जाएगी। जिसमें संबंधित शासन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन के लिए ठोस कदम उठाने का ऐलान किया जाएगा।